भारत को आधिकारिक रूप से कंट्री ऑफ ऑनर का दर्जा मिलने पर पीएम मोदी ने कहा, “मार्चे डू फिल्म – फेस्टिवल डी कांस में कंट्री ऑफ ऑनर के रूप में भारत की भागीदारी के बारे में जानकर मुझे खुशी हो रही है।
भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 साल और कान फिल्म महोत्सव की 75वीं वर्षगांठ के साथ-साथ फ्रांस के साथ राजनयिक संबंध के 75 साल पूरे होने का आनंद ले रहा है।”
पीएम ने कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि भारत के सबसे प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं में से एक सत्यजीत रे की एक फिल्म को कान क्लासिक्स सेक्शन में स्क्रीनिंग के लिए बहाल कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री आगे कहते हैं, “भारत में बनने वाली फिल्मों की संख्या, अन्य देशों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यहां अलग-अलग भाषाओं में फिल्में बनती हैं। हमारे फिल्म सेक्टर की विविधता उल्लेखनीय है।”
पीएम मोदी कहते हैं, ‘फिल्में और समाज एक-दूसरे के दर्पण हैं। सिनेमा मानवीय भावनाओं और भावों को कलात्मक तरीके से प्रदर्शित करता है, जो दुनिया को मनोरंजन के एक सामान्य सूत्र से जोड़ता है।
भारत के कई स्टार्टअप सिनेमा वर्ल्ड को अपनी ताकत दिखाएंगे। इंडिया पवेलियन, भारतीय सिनेमा के पहलुओं को प्रदर्शित करेगा और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी और सीख को बढ़ावा देगा।