असम में मूसलाधार बारिश : 10 लोगों की मौत, कहीं पूरा पुल बह गया तो कहीं स्टेशन पर खड़ी ट्रेन पलट गई

By
sadbhawnapaati
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
2 Min Read

 

देश . छह लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं। हालात ये है कि कहीं स्टेशन पर खड़ी ट्रेन पलट गई तो कहीं देखते ही देखते आंखों के सामने से एक पूरा लोहे का पुल पानी में बह गया। कई जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। आगे तस्वीरों में देखिए असम में जल प्रलय ने कैसे मचाई है तबाही…?

1413 गांव बुरी तरह से प्रभावित
असम में बाढ़ और बारिश से हालात बेकाबू हैं। राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार, बाढ़ की वजह से राज्य के 1,413 गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।

80 हजार से ज्यादा लोगों ने राहत केंद्रों में ली शरण
बाढ़ की समस्या को देखते हुए कई जिलों में शैक्षणिक संस्थानों और गैर जरूरी संस्थानों को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए 14 जिलों में 359 राहत शिवर और वितरण केंद्र बनाए गए हैं। इन राहत शिवरों में 80,298 लोगों ने शरण ली हुई है, जिसमें 12,855 बच्चे शामिल हैं।

स्टेशन में फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करना पड़ा
असम में बाढ़ का कहर ऐसा है कि कई स्टेशनों की पटरियों पर कीचड़ और पानी भर गया। डिटोकचेरा रेलवे रूट पर कई यात्री ट्रेन में फंस गए। इन्हें एयरलिफ्ट कर बाहर निकाला गया। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से पटरियों के नीचे की जमीन धंस गई और पटरियां हवा में झूलने लगीं। अब तक बाढ़ प्रभावित जिलों से करीब 8,054 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।

देखते ही देखते पूरा पुल बह गया
बाढ़ के कारण असम का दिमा हसाओ ब्रिज पूरे राज्य से अलग हो गया है। भूस्खलन के कारण यहां सड़कें पूरी तरह से खराब हो गई हैं। एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि कैसे देखते ही देखते पूरा पुल भरभराकर पानी में बह गया।

Share This Article
Follow:
"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।