– मंडी की सुरक्षा करेगी सहकारी समितियां
– मंडी बोर्ड के एमडी ने दिए निर्देश, निजी सुरक्षा एजेंसियों को नहीं दें काम
– मंडी बोर्ड के एमडी ने दिए निर्देश, निजी सुरक्षा एजेंसियों को नहीं दें काम
सर्विस चार्ज की मोटी रकम लेने वाली निजी सुरक्षा एजेंसियां मंडी में पुख्ता सुरक्षा नहीं दे पा रही है। इसके अलावा दो नंबर में धांधली करने की शिकायतों पर हुई जांच के बाद निजी सुरक्षा एजेंसियों को अब मंडी बोर्ड ने काम देने से इंकार कर दिया है।
मंडी बोर्ड के एमडी विकास नरवाल ने प्रदेश भर की मंडी समितियों को स्पष्ट कर दिया कि आगे से वे मंडी की सुरक्षा का ठेका निजी कंपनियों की बजाय सहकारी समितियों को सौंपें। इस निर्देश से अब निजी सुरक्षा कंपनियों के बोरे-बिस्तर बंध जाएंगे।
बता दें कि अब तक उज्जैन कृषि उपज मंडी की सुरक्षा इंदौर की थर्ड आई सिक्योरिटी कंपनी के पास थी। कार्यप्रणाली पर सवाल के अलावा पिछले दिनों मंडी प्रांगण में किसान पर गोली कांड ने इस मामले को और हवा दे दी, जिससे एमडी को आनन-फानन में यह निर्णय लेना पड़ा।
केवल दो निजी कंपनियों को ही प्रदेश भर के ठेके
गौरतलब है कि पूरे प्रदेश की मंडियों की सुरक्षा का ठेका चंद निजी सिक्योरिटी एजेंसियों के पास है। जानकारी के मुताबिक इंदौर की थर्डआई सुरक्षा एजेंसी के अलावा भोपाल की कृष्णा राज सिक्योरिटी एजेंसी है।
केवल दो ही निजी सुरक्षा कंपनियों को प्रदेश भर की मंडियों के सुरक्षा ठेके पर भी राजनीतिक दबाव वाले सवाल खड़े हो रहे हैं। मंडी सूत्र यह भी बता रहे हैं कि दोनों सुरक्षा एजेंसियां सत्तारूढ़ दल के नेताओं से जुड़ी हुई है या इनमें उनकी साझेदारी है।