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प्रदेश में बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी

इस माह के अंत तक बदल जाएंगे कई जिलों के कलेक्टर व एसपी

मप्र। पंचायत व नगरीय निकाय चुनाव से पहले प्रशासनिक फेरबदल करने की तैयारी जारी हैे। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बीते रोज  मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस व डीजीपी सुधीर सक्सेना के साथ मंथन किया गया है।
इसके साथ ही बैठक में  नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई है। इस फेरबदल में लंबे समय से रिक्त पड़े कमिश्नर चंबल का पद भी भरा जा सकता है।

अति विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो इस फेरबदल में  सिवनी, गुना, शिवपुरी, सिंगरौली, बुरहानपुर, कटनी, मंडला आदि जिलों के कलेक्टरों को इधर उधर किया जा सकता है।

इसमें कुछ अधिकारियों को अन्य जिलों में भी भेजा जा सकता है। इसी तरह सिवनी, धार, छतरपुर, गुना, शिवपुरी, दतिया, शहडोल, सिंगरौली, डिंडोरी, मंडला आदि जिलों के एसपी को इधर-उधर किया जा सकता है।
दरअसल  सूबे के कई जिलों में एक के बाद एक हुई हिंसक घटनाओं के बाद अब बड़े पैमाने पर सरकार पुलिस महकमे के आला अफसरों को बदलने की तैयारी कई दिनों से कर रही है।

पुलिस की इस होने वाली बड़ी प्रशासनिक सर्जरी में एसपी से लेकर एडीजी तक के तबादले होना तय है। फिलहाल एक दर्जन जिलों के पुलिस कप्तानों के नाम इस सूची में बताए जा रहे हैं।

दरअसल खरगोन, रायसेन, सिवनी और अब गुना में हुई हिंसक घटनाओं से सरकार की न केवल किरकिरी हो रही है, बल्कि सूबे की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा होने शुरू हो गए हैं।
पुलिस विभाग को नए मुखिया मिलने के बाद से ही विभाग में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी की चर्चाएं बनी हुई हैं। इस बीच पुलिस मुख्यालय द्वारा अपने स्तर पर तबादला सूची को तैयार करने काम किया जा रहा था।
अब यह सूची बनकर तैयार हो चुकी है जिस पर अब शासन स्तर से मंजूरी का इंतजार बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो इस सूची में एक दर्जन के करीब जिलों के एसपी को हटाने की तैयारी है।
साथ ही कई रेंज के आइजी, डीआइजी भी बदले जाएंगे। इस सूच्ी में मैदानी स्तर पर नए सिरे से उन अफसरों को पदस्थ करने के लिए नाम शामिल किए गए हैं जो  जिलों में कानून-व्यवस्था को चुस्त रखने के लिए तेज-तर्रार अफसरों में माने जाते हैं।
इधर, मुख्यालय स्तर पर भी कई एडीजी के कामों में परिवर्तन होना तय है। अभी मुख्यालय स्तर पर प्रबंध समेत पुलिस फायर ब्रिगेड शाखा में मुखिया के  पद रिक्त चल रहे हैं, जबकि जबलपुर जोन के एडीजी उमेश जोगा को हटाने के लिए मप्र हाईकोर्ट द्वारा पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं। इसकी वजह से उनका हटना भी तय है।

चुनाव आयोग ने लिखा पत्र

नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस को पत्र लिखकर लगातार तीन साल से एक स्थान पर जमें अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए हैं।

यह प्रक्रिया आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले पूरा करने को कहा गया है।

सचिव राज्य निर्वाचन आयोग राकेश सिंह ने बताया कि सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि चुनाव कार्यों को प्रभावित करने वाले उन अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाया जाए।
जिनकी पदस्थापना चार में तीन साल एक जिले में है और जिनकी गृह जिले में पदस्थापना है। पत्र में कहा गया है कि एक जिले में लगातार तीन से पदस्थ राजस्व अधिकारियों, जनपद व जिला पंचायत के सीईओ, एसपी, एएसपी, सीएसपी, एसडीओपी व टीआई, नगर परिषद से सीएमओ, नगर निगम के आयुक्त, अपर आयुक्त व उपायुक्त व अन्य अधिकारियों को स्थानांतरित किया जाए। निर्वाचन आयोग के इस नोटिस के बाद प्रदेश के 15 हजार से ज्यादा अफसरों और कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जाएंगे।
 इसके तहत डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, सीईओ, जिला पंचायत, सीएमओ, नगर निगम कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर समेत दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों के ट्रांसफर की प्रक्रिया संबंधित विभागों ने शुरू कर दी है।
इस प्रक्रिया के तहत 52 जिलों में पदस्थ 15,000 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ट्रांसफर के निर्देश दिये हैं।

दो साल से पदस्थ अफसरों का बदला जाना तय

लगभग दो साल या इससे ज्यादा समय से जिलों में तैनात पुलिस अधीक्षकों का बदलना तय माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो तबादला सूची में डिंडौरी, अशोकनगर, मंडला और शिवपुरी जिले शामिल हैं।
इसी तरह से सीधी, बुरहानपुर समेत अन्य जिलों में भी बदलाव होना संभावित है। इसी तरह से पुलिस जांच में लापरवाही पाए जाने पर हाईकोर्ट द्वारा छिंदवाड़ा एसपी विवेक कुमार अग्रवाल को हटाने के लिए भी कहा जा चुका हे , जिसकी वजह से उनका बदला जाना भी तय है।
यह बात अलग है की अग्रवाल सीबीआइ में जाने की मंशा रखते हैं। इसी तरह से नरसिंहपुर एसपी रॉ में जाना चाहते हैं। उधर सीधी में पत्रकारों से बदसलूकी मामले में एसपी पर तबादला की गाज के बाद एसपी बदलने की कही जा रही है।

लोकायुक्त डीजी की होगी पदस्थापना

लोकायुक्त संगठन के मौजूदा डीजी आरके टंडन 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वे वहां पर एक फरवरी 2021 से यहां पदस्थ हैं। इस पद के लिए भी कई दावेदार जोर आजमाइश करने में लगे हुए हैं।
इनमें वर्तमान एसटीएफ एडीजी विपिन माहेश्वरी, सीआइडी एडीजी जीपी सिंह और चंबल जोन के एडीजी राजेश चावला के नाम शामिल हैं। माहेश्वरी को भी एसटीएफ में दो साल से ज्यादा हो चुके हैं।
हालांकि लोकायुक्त डीजी के लिए स्पेशल डीजी और पुलिस हाउसिंग कॉपोर्रेशन के चेयरमैन कैलाश मकवाना और ईओडब्ल्यू के प्रभारी डीजी अजय कुमार शर्मा का नाम भी चर्चा में बना हुआ है।
यहां बता दें, इस साल स्पेशल डीजी के दो पद रिक्त हो रहे हैं। वरिष्ठता सूची में अजय कुमार शर्मा और दूरसंचार एडीजी संजय कुमार झा का नाम इस पद के लिए है। एसएएफ स्पेशल डीजी मिलिंद कानस्कर इसी साल अगस्त में सेवानिवृत्त होंगे।
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