कल सुबह साढ़े आठ बजे देहत्याग की थी, पार्थिव शरीर शाम को पैतृक गांव सैफई पहुंचा
यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के संस्थापक व संरक्षक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांसें लीं। मुलायम सिंह के निधन पर यूपी में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। गत 22 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ और लो ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था और 1 अक्टूबर की रात को आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, जहां एक डॉक्टरों का पैनल उनका इलाज कर रहा था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिता के निधन की पुष्टि की। उन्होंने कहा, मेरे आदरणीय पिता और सबके नेताजी जी नहीं रहे। मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए सैफई ले जाया जाएगा।
Mulayam Singh Death News Live
इससे पहले मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता का इसी साल जुलाई में निधन हो गया था। फेफड़ों में संक्रमण के चलते उनका गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हुआ था। उनकी पहली पत्नी मालती देवी का 2003 में निधन हुआ था। मालती देवी अखिलेश यादव की मां थीं।
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में मूर्ति देवी व सुघर सिंह यादव के किसान परिवार में हुआ। वह अपने 5 भाई-बहनों में रतन सिंह यादव से छोटे व अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह और कमला देवी से बड़े थे। प्रोफेसर रामगोपाल यादव इनके चचेरे भाई हैं।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर प्रदेश की योगी सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। मुलायम सिंह यादव के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ सहित तमाम गणमान्य लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए इसे राजनीतिक जगत की बड़ी क्षति बताया है।
मंगलवार को मुलायम सिंह यादव का उनके पैतृक गांव सैफई में किया जा सकता है। अभी तक जो जानकारी मिल रही है, मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को मेदांता से सैफई लेकर जाय जाएगा। सपा के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से यह सूचना दी गई है कि नेताजी का पार्थिव शरीर लखनऊ की बजाय सीधे सैफई ले जाया जाएगा।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बताया कि माननीय नेता जी हमारे बीच नहीं रहे। उनका पार्थिव शरीर 11.30 बजे मेदांता अस्पताल से यमुना एक्सप्रेस वे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से होकर करहल कट से सैफई के लिए जाएगा। उनका अंतिम संस्कार कल 11 अक्टूबर को अपरान्ह 3 बजे सैफई में होगा। अंतिम दर्शन के लिए आज नेता जी का शव उनके सैफई आवास पर रखा जाएगा।
जैसे ही नेताजी के निधन की सूचना उनके पैतृक गांव में पहुंची, वहां शोक की लहार फ़ैल गई। ग्राम प्रधान रामफल बाल्मीकि मीडिया से बातचीत करते हुए भावुक हो गए और रो पड़े। पूरा गांव मुलायम की कोठी की तरफ चल पड़ा है। उधर जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है।