इंदौर- लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में किसानों का हंगामा, गेहूं की कम कीमत मिलने से नाराज हैं अन्नदाता

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Indore News in Hindi. बारिश के कारण गिले हुए गेहूं के सही दाम किसानों को नहीं मिल पा रहा है। मंडियों में इस कारण विवाद की स्थिति पैदा होने लगी है।

इंदौर की लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में किसानों ने मंगलवार को हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि व्यापारी कम कीमत दे रहे है। नाराज किसानों ने मंडी के गेट के सामने नारेबाजी की और फिर सड़कों पर बैठ गए।

इससे एमअार-5 मार्ग पर ट्रैफिक बाधित होने लगा। अफसरों की समझाईश के बाद माने और करीब पौन घंटे बाद चक्काजाम समाप्त किया।

लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में किसानों ने जोरदार हंगामा किया। इन दिनों किसान बड़ी मात्रा में गेहूं लेकर मंडी पहुंच रहे है। किसानों से मंडी में व्यापारी कम कीमत पर गेहूं खरीद रहे हैै। मंगलवार सुबह भी यहीं हुआ और किसान नाराज हो उठे।

उनका कहना था कि कर्ज लेकर हमने खेतों में गेहूं लगाया। उसे वाहनों से मंडी तक लाए है, कम से कम लागत का खर्च तो निकलना चाहिए। जितना हमने फसल लगाने में खर्च किया, उससे कम में कैसे उपज बेच सकते हैै।

किसान हंगामा करते हुए एमआर-5 रोड़ पर जमा हो गए। इसके बाद अचानक वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। किसानों का आरोप है कि व्यापारी कम कीमत में गेहूं खरीदकर मुनाफा वसूली कर रहे है । उधर नीलामी में गेहूं खरीदी करने वाले व्यापारियों का कहना है कि गेंहू में नमी और कचरा होने पर कीमत कम मिल रही

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी बंद

प्रदेश के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों की मंडियों में गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी 31 मार्च तक के लिए रोक दी है। इसकी वजह गेहूं का गीला होना है। किसानों से कहा जा रहा है कि वे गेहूं को सूखा कर लाए।

आपको बता देे कि प्रदेश के कई इलाकों में बारिश और अेाले की वजह से 20 से लेकर 25 प्रतिशत तक गेहूं की फसल प्रभावित हो रही है। बारिश मेें भीगने से गेहूं का रंग फीका पड़ गया है और मंडियों में भी नमी वाला गेहूं आ रहा है

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।