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खरगोन बस हादसा : सूखी नदी के 50 फीट ऊँचे पुल से गिरी बस, 7 बच्चों समेत 24 काल के गाल में समाये, नेताओं ने ट्वीट पर दी शोक संवेदनाएँ 

बस बेजापुर से इंदौर के लिए सुबह 6.30 बजे रवाना हुई। इसे 11.30 बजे इंदौर पहुंचना था।
50-60 यात्रियों को लेकर बस सुबह 8.30 बजे ग्राम डोंगरगांव और दसंगा पहुंची।
बस सुबह 8:30 से 9:00 बजे के बीच पुल की रेलिंग तोड़कर नदी में गिर गई।

खरगोन बस हादसा. मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में बड़ा हादसा हुआ है। 50 फीट ऊंचे पुल से सूखी नदी में यात्रियों से भरी बस गिर गई। हादसे में 24 यात्रियों की मौत हो गई है इनमें 7 बच्चे, 8 महिलाएं और 9 पुरुष हैं। वहीं 43 घायलों का इलाज जारी है। इस घटना को लेकर खरगोन के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने खरगोन आरटीओ को निलंबित कर दिया है।

मंगलवार सुबह साढ़े आठ से नौ बजे के बीच बस हादसा हुआ। बस डोंगरगांव और दसंगा के बीच बोराड़ नदी के पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे जा गिरी नदी सूखी हुई थी। आसपास के ग्रामीणों ने बस के कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।

बस में 50 से अधिक लोग सवार थे –

ग्राम वासियों के मुताबिक ‘मां शारदा ट्रैवल्स की इस बस में 50 से 60 लोग सवार थे। हादसा साढ़े 8 से 9 बजे के बीच हुआ। पुलिस-प्रशासन से पहले डोंगरगांव और लोनारा के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। हमने बस के कांच तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। घायलों को अपनी गाड़ियों से अस्पताल पहुंचाया।’ ग्रामीणों ने बताया कि गांव से 5 मिनट पहले ही बस निकली थी।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। 30 से अधिक घायलों का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है। 7 घायलों को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बस का रजिस्ट्रेशन और फिटनेस सर्टीफिकेट निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही एक और आदेश जारी किया है कि लंबी दूरी की बसों में दो ड्राइवर अनिवार्य रहेंगे।

आईजी राकेश गुप्ता ने बताया कि बस खरगोन के बेजापुर से इंदौर की ओर जा रही थी। रफ्तार तेज होने के कारण अनियंत्रित होकर रेलिंग तोड़ते हुए पुल से नीचे जा गिरी। बस में 50 से अधिक यात्री थे। नदी सूखी होने के कारण अधिकतर यात्रियों को चोटें लगी हैं। 15 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने आरटीओ बरखा गौड़ को किया निलंबित –

प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने हादसे में 24 लोगों की जान जाने की पुष्टि की है। वे हादसे में घायल लोगों का हाल जानने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों और उनके परिजन से मुलाकात के बाद उचित उपचार का आश्वासन दिया। यहां मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री ने कहा कि इस हादसे में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरटीओ बरखा गौड़ को निलंबित करने का आदेश भी जारी किया। साथ ही बसों में हो रही ओवर लोडिंग पर कार्रवाई के निर्देश कलेक्टर और एसपी को दिए।

पीएम मोदी बोले- प्रशासन मदद में जुटा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खरगोन हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन लोगों ने अपने प्रियजन को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हर संभव मदद में जुटा है।

 शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की –

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया। मध्यप्रदेश सरकार ने खरगोन बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपए और मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट कर घटना पर शोक जताया।

कमलनाथ बोले- घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शोक जताया है। उन्होंने लिखा- ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है। राहत और बचाव दल को अपने अभियान में शीघ्र सफलता मिले, ऐसी प्रार्थना है।

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