रिद्धि सिद्धि, रुद्राक्ष ग्रुप की “अर्थ सिद्धि” कर रहा एसओएस इंफ्राबुल्स, जिला प्रशासन, रेरा की चुप्पी
डॉ. देवेन्द्र मालवीय
SOS Infrabulls International Pvt. Ltd. । दैनिक सदभावना पाती अख़बार ने 22 नवंबर 2023 को रिद्धि सिद्धि डेवलपर और उसके एक एजेंट “एम्पायर रियल एस्टेट” के प्री लॉन्चिंग बुकिंग के खेल की कहानी उजागर की थी, आज की इस कड़ी में हम इसी डेवलपर के दूसरे एजेंट “एसओएस इंफ्राबुल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (SOS infrabulls International Pvt Ltd)” की सच्चाई आपको दिखा रहे हैं।
Rudraaksh Group Indore । मप्र रेरा और इंदौर जिला प्रशासन की सुस्ती का नतीजा है कि इनकी नाक के नीचे इंदौर शहर के बड़े बिल्डर/प्रमोटर और इनके एजेंट बिना डरे नियम कानूनों का उल्लंघन कर लाखों करोड़ों के कच्ची / खेत की ज़मीनों के सौदे कर रहे हैं। इनका ये काला खेल सिर्फ ज़मीन की खरीदी-बिक्री पर ही ख़त्म नहीं होता, सौदा करने के लिए ये लोग जिस तरह का एग्रीमेंट कर रहे हैं वह भी जनता की आँखों में धुल फूंकता साफ़ नज़र आता है। अनैतिक कार्य करके बिल्डर/प्रमोटर और एजेंट सिर्फ कालेधन की उगाही ही नहीं कर रहे बल्कि जनता को गुमराह भी कर रहे हैं।
रिद्धि सिद्धि डेवेलपर्स इंदौर
रिद्धि सिद्धि डेवेलपर्स के इंदौर में 2 प्रोजेक्ट एनआर ग्रीन्स ग्राम रिंगनोदिया और शाश्वत हिल्स ग्राम जेतपुरा उज्जैन रोड रेरा एप्रूव्ड कॉलोनी है। अधिकतर प्रमोटरों की तरह रिद्धि सिद्धि डेवलपर के नितिन अग्रवाल और तृप्ति जैन भी इन प्रोजेक्ट्स की आड़ में प्री लॉन्चिंग के प्रोजेक्ट बेच रहे हैं। हालाँकि यह सीधे रूप से न बेचते हुए अपने एजेंट एम्पायर रियल एस्टेट और एसओएस इंफ्राबुल के मार्फ़त भोलेभाले लोगों से कालेधन की उगाई कर रहे हैं। अन्य प्रमोटरों की तरह यह भी एग्रीमेंट और स्टाम्प पर लिखापढ़ी कर खेल, खेल रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उज्जैन रोड पर प्रस्तावित प्रोजेक्ट मुनीमजी एस्टेट डेवेलप & मार्केटेड बाय शाश्वत ग्रुप इत्यादि, ऐसी संपत्तियों को प्री लॉन्चिंग के नाम पर बेचा जा रहा है जिसका न रेरा रजिस्ट्रेशन है न अन्य जरूरी अनुमतियाँ है। यहां तक कि बाकायदा आवास मेला लगाकर प्री लॉन्चिंग प्लॉट बुकिंग की गई है। बिल्डर मार्केटिंग कंपनियों के अधीन कार्यरत अपंजीकृत एजेंटों से अपने प्री लॉन्च प्रोजेक्ट की बुकिंग करवा रहे हैं। नियम कानूनों को ताक पर रख ये कंपनियां अनैतिक रूप से कार्य कर रही हैं जबकि रेरा से न तो प्रोजेक्ट अप्रूव है न ही ये एजेंट। (तथ्य अख़बार के पास सुरक्षित हैं)
एसओएस इंफ्राबुल्स इंदौर
कंपनी के साथियों के मुताबिक 300 से अधिक एजेंट्स का स्टाफ रखे एसओएस इंफ्राबुल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है जिसके 2 डायरेक्टर पवन तिलवे और विकास गर्ग हैं इस कंपनी का रेजिस्ट्रेशन नवम्बर 2019 में हुआ है। रेरा की वेबसाइट में यह कंपनी एजेंट के रूप में दर्ज है डायरेक्टर विकास गर्ग सीईओ के पद पर हैं जबकि पवन तिलवे का नाम कहीं भी दर्ज नहीं है न ही एजेंट में न ही कहीं और, इनके अधीनस्थ कार्यरत सैकड़ों रियल स्टेट एजेंट रेरा में पंजीकृत नहीं है।
विजय नगर स्थित अपना स्वीट्स के ऊपर इस कंपनी ने अपना आलीशान लक्जरी ऑफिस खोल 300 से अधिक छोटे रियल एस्टेट एजेंटों को जोड़ रखा है, अधिकतर एजेंट्स कमीशन पर काम करते हैं। कंपनी को कानून का कोई खौफ नहीं है, नियमों का उल्लंघन कर गैर पंजीकृत एजेंटों से काम करवा जमकर काले धन की उगाही की जा रही है। कंपनी ने एक समाचार पत्र को बताया था कि इनका लक्ष्य 2024 तक कंपनी को प्रदेश की नंबर 1 रियल एस्टेट कंपनी बनाना है और 2027 तक 27 ऑफिस शरू करने की प्लानिंग के साथ ही कंपनी की वैल्यू को 10 हजार करोड़ का लक्ष्य है। हालाँकि यह कंपनी नियमों को तोड़ने में जरूर एक नंबर बन चुकी है।
SOS Infrabulls International Pvt. Ltd.
इंदौर में प्रॉपर्टी महोत्सव, आवास मेले के लिए बड़े बड़े अख़बारों को भारी भरकम राशि का विज्ञापन देकर अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने में सफल हो जाती है। ढाई से पांच लाख तक की राशि देकर शहर में अच्छा काम करने के नाम से झूठा सम्मान खरीदकर लोगों की आँखों में धूल झोंकते हैं। सोचने वाली बात ये कि ये बड़े बड़े अखबार भी अपने पत्रकारिता के मूल कर्तव्यों को दरकिनार कर इन जैसे लोगों को प्रमोट करने और इनके गलत कामों को पनाह देने में कोई कसर नहीं छोड़ते। एसओएस इंफ्राबुल्स रिद्धि सिद्धि डेवलपर के प्रोजेक्ट्स के अलावा रुद्राक्ष ग्रुप, शाश्वत ग्रुप व अन्य के प्रोजेक्ट्स भी बेचता है।
देश की बड़ी एजेंसी यदि इनके द्वारा किये जा रहे काली कमाई की जांच करें तो करोड़ों रुपयों का घोटाला सामने आ जायेगा, ईओडब्ल्यू, ईडी, इनकम टैक्स आदि विभागों को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। साथ ही रेरा को नियमानुसार इस कंपनी का पंजीकरण रद्द कर प्रोजेक्ट की 10% पेनल्टी लगाना चाहिए।
दैनिक सदभावना पाती अख़बार ने इस सन्दर्भ में एसओएस इंफ्राबुल्स का पक्ष जानने के लिए 6 दिसंबर 2023 को ईमेल एवं व्हाट्सएप द्वारा कुछ सवाल किये गए थे लेकिन 3 बार रिमाइंडर देने के बावजूद खबर प्रकाशन के पूर्व तक उनके जवाब अप्राप्त है।
विकास गर्ग के नंबर 9826618603 पर कॉल करने पर भी इनके द्वारा न फ़ोन उठाया गया और न ही कॉल बैक किया गया।
इस मामले में रुद्राक्ष ग्रुप के नितिन रोचलानी से बात करने के लिए उनके नंबर 9993399933 पर संपर्क करने पर उन्होंने अपने ऑफिस आने का कहा हमारे द्वारा ऑफिस आने का मना करने पर फ़ोन पर कोई जानकारी देने से स्पष्ट मना कर फोन काट दिया, और रिद्धि सिद्धि डेवलपर के नितिन अग्रवाल से मेल द्वारा जवाब मांगने पर कोई जवाब नहीं दिया गया.
इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी से उनके नंबर पर संपर्क करने पर संपर्क नहीं हो पाया।