आप नेता  अजय कोठियाल  भाजपा में शामिल

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देहरादून ।  उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के नेता  देहरादून  (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल  देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में बीजेपी  में शामिल हो गए।

अजय कोठियाल ने पिछले सप्ताह 18 मई को आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उनके अलावा आम आदमी पार्टी की प्रदेश इकाई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय ने भी पार्टी छोड़ दी थी।

कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल उत्तराखंड के 2022 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे। कोठियाल और उपाध्याय ने बुधवार को अपने इस्तीफे आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अलग-अलग सौंपे थे।

पूर्व सैन्य अधिकारी अजय कोठियाल ने अपने इस्तीफे की प्रति ट्विटर पर पोस्ट करते हुए पार्टी छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा की थी। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में गंगोत्री सीट से मैदान में उतरे कोठियाल की जमानत जब्त हो गई थी।

बताया जा रहा है कि चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी की ओर से उनके साथ किए जा रहे कथित ‘व्यवहार’ से कर्नल कोठियाल खुश नहीं थे। उत्तराखंड में पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए हाल ही में दिल्ली में हुई बैठक में भी कर्नल कोठियाल को नहीं बुलाया गया था।

हालांकि कोठियाल ने अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में कहा था कि, ‘‘मैं 19 अप्रैल 2021 से लेकर 18 मई 2022 तक आम आदमी पार्टी का सदस्य रहा हूं। पूर्व सैनिकों, अर्धसैनिक बलों के पूर्व कर्मियों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं 18 मई को अपना इस्तीफा आपको भेज रहा हूं।”

दूसरी तरफ 24 अगस्त, 2021 को आम आदमी पार्टी के सदस्य बने भूपेश उपाध्याय ने अपने त्याग पत्र का कारण पार्टी की विचारधारा से मोहभंग होना बताया था।

उपाध्याय ने पत्र में कहा था कि, ‘‘आप का कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद, मैंने महसूस किया कि यह विचारधारा और कार्यशैली से बहुत दूर है।” उन्होंने उत्तराखंड के लिए पार्टी के वर्तमान प्रभारी और सह-प्रभारी को भी पार्टी पर ‘‘थोपा” हुआ करार दिया था और उन पर अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए इसे ‘‘ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंटों” की तरह चलाने का आरोप लगाया था।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।