करोडो की घपलेबाजी कर रफूचक्कर हुई एडवाइजरी कंपनियां, विजयनगर, खजराना,कनाड़िया और लसूड़िया क्षेत्र में ज्यादा मामले.

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विजयनगर थाना पुलिस ने सोलापुर निवासी आनंद मोहोलकर की शिकायत पर द यूनिक ट्रेडर्स के संचालकों पर केस दर्ज किया। खातों की छानबीन में खुलासा हुआ आरोपितों ने आनंद से 3 लाख 87 हजार रुपये ठगे है लेकिन कंपनी के बेनामी खातों में 12 करोड़ से ज्यादा का लेनदेन है। एसपी ने सभी थानों से जानकारी मांगी तो निवेशकों के कई आवेदन भी मिल गए जो जांच,बयान की आड़ में दबे थे। एएसपी (पूर्वी) राजेश रघुवंशी ने उन लोगों की सूची भी मांगी जिन पर मुकदमे तो दर्ज थे लेकिन मुख्य आरोपित फरार ही चल रहे थे। विजयनगर,तुकोगंज,कनाड़िया और लसूडिया के करीब 20 आरोपितों के नाम सामने आए जिन्हें विवेचक गिरफ्तार नहीं कर पाए।

एसआईटी निरीक्षक देवेंद्र मरकाम और एसआई गुलाब सिंह रावत पीड़ितों द्वारा बताए कंपनियों के पतों पर पहुंचे तो पता चला कुछ कंपनियां दफ्तर खाली कर गायब हो चुकी है और कुछ ने पते फर्जी बताए थे। एसपी के मुताबिक टीम अब पीड़ितों के बयान दर्ज कर आरोपितों एवं कंपनियों के खातों की जांच कर रही है। खाते किसके नाम पर है और उनमें जमा रुपया कहां-कहां ट्रांसफर हुआ इसकी भी जांच कर कड़ियां जोड़ी जा रही है। प्रारंभिक जांच में करीब 50 कंपनियों द्वारा 20 करोड़ से ज्यादा ठगने की जानकारी सामने आ चुकी है।

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ये कंपनियों है निशाने पर :स्टार वल्र्ड रिसर्च,इन्वेस्टमेंट रिसर्च,डिजायर रिसर्च,कैपिटल वेज,इमोटल रिसर्च,ड्रीप्ट सर्विस,अश्वनी कंसलटेंट,साईं प्रोफिसेंस,केयर इन्वेस्टमेंट,डॉलर एडवाइजरी,एचबीएन,एल्बो सिस्टम,मार्केट मैग्नीफाई,ग्रीन लीफ,मार्केट कैप्टन,रिप्पल,फ्रीडम ग्लोबल,प्रोफिट रिडू सहित करीब 50 कंपनियों की जांच चल रही है।

ज्ञात हो की सबसे ज्यादा एडवाइजरी फर्म विजयनगर क्षेत्र से संचालित हो रही है। दूसरा नंबर खजराना,कनाड़िया और लसूड़िया का आता है। हैदराबाद,गुजरात और महाराष्ट्र पुलिस भी इन क्षेत्रों से बसें भरकर आरोपितों को ले जा चुकी है।

एसपी(पूर्वी) आशुतोष बागरी के मुताबिक हमारे पास लगभग 100 शिकायतें पहुंच चुकी है। क्राइम ब्रांच और 18 थानों से लंबित आवेदनों का ब्यौरा एकत्र कर लिया है। एसआईटी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(सेबी) से जानकारी मांगी तो ज्यादातर फर्जी निकली।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।