पंजाब किंग्स को हराने के बाद, धोनी को हुआ अपने बुढ़ापे का एहसास, दिया बड़ा बयान

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धोनी को अपनी उम्र की याद आने लगी हैं. उन्हें अपनी ढलती उम्र का एहसास हो चला है. पंजाब किंग्स को हराने के बाद CSK के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कहा कि उन्हें लगने लगा है कि वो अब बूढ़े हो चले हैं. जी हां, पोस्ट मैच प्रजेन्टेशन में धोनी ने ऐसा खुद बयां किया है. धोनी ने ऐसा क्यों कहा? किस वजह से कहा? सब हम बताएंगे. लेकिन, उससे पहले धोनी की टीम CSK में पंजाब किंग्स के खिलाफ मुंबई का मैदान कैसे मारा, संक्षेप में ये समझना और जानना जरूरी है.

मुंबई के वानखेड़े मैदान पर खेले मुकाबले में एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पंजाब किंग्स को पहले बल्लेबाजी के लिए उतारा. पंजाब की बल्लेबाजी का न तो आगाज अच्छा रहा और न ही अंजाम. नतीजा, टीम 20 ओवरों में सिर्फ 106 रन ही बना सकी. जवाब में 107 रन के टोटल को चेन्नई सुपर किंग्स ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. CSK ने ये मुकाबला 4.2 गेंद पहले ही 6 विकेट से जीत लिया, जिसके हीरो तेज गेंदबाज दीपक चाहर बने.

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धोनी के 200वें मैच में ‘सुपर’ जीत

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी का ये 200वां मैच था, इस लिए पंजाब किंग्स पर मिली जीत का महत्व और भी बढ़ जाता है. CSK के लिए 200 मैच खेलने वाले धोनी पहले खिलाड़ी हैं. वहीं किसी एक फ्रेंचाइजी के लिए इतने मैच खेलने वाले वो विराट कोहली के बाद दूसरे प्लेयर हैं. अब जब मुकाबला करियर के लिए इतना खास होगा तो जाहिर है उसे लेकर सवाल भी होंगे. धोनी से भी CSK के लिए उनके 200वें मैच को लेकर सवाल हुआ.

धोनी 200वें मैच के बाद- बूढ़ापे का हो रहा एहसास

धोनी से जब इस माइलस्टोन को लेकर उनकी फीलिंग्स पूछी गई तो सुनिए उन्होंने क्या कहा. धोनी ने पहले तो हंसते हुए कहा, “ऐसा लग रहा है जैसे बूढ़ा हो गया हूं.” फिर उन्होंने कहा कि, “ये वाकई एक लंबा सफर रहा है, जो कि साल 2008 से शुरू हुई थी. ये सफर कई पड़ावों और माहौल से होता हुआ गुजरा. भारत के अलावा साउथ अफ्रीका में खेले, दुबई में खेले. हर जगह खेलने का अपना मजा रहा. कुल मिलाकर पूरी जर्नी मजेदार रही. ”

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।