आईपीएल के बाद अब भारत के घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट चरण की शुरुआत 6 जून से, आठ टीमें होंगी आमने-सामने

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Sports News. आईपीएल-2022 खत्म हो गया है और अब भारत के घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट चरण की शुरुआत सोमवार से हो रही है.

चार क्वार्टर फाइनल में आठ टीमें आमने-सामने होंगी. ये आठ टीमें हैं बंगाल, झारखंड, मुंबई उत्तराखंड, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश हैं.

इन आठ टीमों ने लीग चरण में दमदार खेल दिखाते हुए यहां तक की राह तय की है और अब इन सभी की नजरें सेमीफाइनल का टिकट हासिल करने पर हैं. इस बार रणजी ट्रॉफी का आयोजन अलग तरह से किया गया.

कोविड के कारण इसे देर से कराया गया. आईपीएल से पहले इस टूर्नामेंट का लीग चरण खेला गया था तो वहीं आईपीएल के बाद नॉक आउट चरण खेला जाएगा.

मु्ंबई और उत्ताखंड में किसके हिस्से आएगी बाजी?

मुंबई की टीम उत्तराखंड के खिलाफ अलूर क्रिकेट स्टेडियम-दो में रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी. मुंबई के लिए मौजूदा सत्र में क्वार्टर फाइनल तक का सफर आसान नहीं रहा है.

इसके बावजूद 41 बार का रणजी चैंपियन उत्तराखंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगा. मुंबई को अपने कप्तान पृथ्वी शॉ से काफी उम्मीदें हैं.पृथ्वी के अलावा युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान से टीम को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

आईपीएल- 2022 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाले सरफराज ने कई मौकों पर मुंबई को मुश्किलों से उबारा है. जायसवाल पर भी टीम प्रबंधन और कोच अमोल मजूमदार ने एक बार फिर भरोसा किया है.

अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे और बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर शम्स मुलानी को अधिक जिम्मेदारी निभानी होगी. मुलानी का अंतिम एकादश में खेलना तय है और ऐसे में आफ स्पिनर कोटियान को उनकी बल्लेबाजी क्षमता के कारण सीनियर खिलाड़ी शशांक अतार्डे पर प्राथमिकता दी जा सकती है.

अनुभवी धवल कुलकणी की अगुआई में मुंबई का तेज गेंदबाजी आक्रमण प्रभावी है. तुषार देशपांडे उनका साथ निभाएंगे.

तीसरे तेज गेंदबाज की दौड़ में मोहित अवस्थी और रॉयस्टन डियास के बीच मुकाबला होगा.मुंबई की टीम 42वें खिताब की ओर एक कदम और बढ़ाना चाहेगी तो वहीं उत्तराखंड की नजरें विरोधी टीम को हैरान करने पर टिकी होंगी.

रोमांचक होगा पंजाब और एमपी का मैच

दूसरी तरफ पंजाब और मध्य प्रदेश के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल में शुभमन गिल आकर्षण का केंद्र होंगे. आईपीएल 15 चैंपियन गुजरात टाइटंस के साथ सफल सत्र के बाद सलामी बल्लेबाज गिल से एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

उनकी टीम पंजाब और मध्य प्रदेश के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद है. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मध्य प्रदेश के विविधता भरे गेंदबाजी आक्रमण का सामना करना पड़ेगा जिसमें हाल में आईपीएल पदार्पण करने वाले बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय सिंह भी शामिल हैं.

इस मुकाबले में दो अनुभवी कोच चंद्रकांत पंडित और सुरेंद्र भावे भी आमने सामने होंगे जिन्हें घरेलू क्रिकेट में सबसे अच्छे रणनीतिकारों में शामिल किया जाता है.

साहा के बिना उतरेगी बंगाल

राज्य की क्रिकेट बोर्ड से मनमुटाव के कारण अपने सबसे अनुभवी खिलाड़ी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के बिना अभिमन्यु ईश्वरन की अगुवाई वाली बंगाल की टीम अपने तेज गेंदबाजों के दम पर क्वार्टर फाइनल में झारखंड के खिलाफ जीत के दावेदार के तौर पर उतरेगी.

मुकेश कुमार (15 विकेट), इशान पोरेल (14 विकेट) और आकाश दीप (10 विकेट) की तिकड़ी इस शीर्ष घरेलू टूर्नामेंट में देश में सबसे बेहतरीन तेज आक्रमण में से एक रही है.

स्पिन गेंदबाजी हरफनमौला शाहबाज अहमद (आठ) के साथ ये तीनों एक बार फिर झारखंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे.

कुमार देवव्रत, कुमार कुशाग्र और विराट सिंह जैसे झारखंड के बल्लेबाजों को प्री-क्वार्टर फाइनल में नगालैंड के खिलाफ बनाए गए 900 रनों से आगे के बारे में सोचना होगा.साहा के विकल्प के तौर पर मिले 19 साल के अभिषेक पोरेल ने शानदार प्रदर्शन किया.

बंगाल के कोच सौराशीष लाहिड़ी ने कहा कि टीम में दो स्थानों को लेकर चर्चा चल रही है.तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए बाएं हाथ के बल्लेबाजों अभिषेक रमण और सुदीप चटर्जी के बीच मुकाबला होगा. बंगाल के लिए चिंता का सबब उनकी बल्लेबाजी है.

लीग चरण के तीन मैचों के छह पारियों में सिर्फ ईश्वरन ही एक शतक लगा सके. लीग चरणों में सबसे अधिक रन बनाने वाले अनुभवी अनुष्टुप मजूमदार (242 रन) अपने करियर के आखिरी चरण में है.बंगाल के सामने बाये हाथ के दो गेंदबाजों शाहबाज नदीम और अनुकूल रॉय के अलावा राहुल शुक्ला और तेज गेंदबाजों की जोड़ी से निपटना होगा.

कर्नाटक की बल्लेबाजी और यूपी की गेंदबाजी की परीक्षा

एक अन्य क्वार्टर फाइनल में कर्नाटक के सामने उत्तर प्रदेश की मजबूत चुनौती होगी. कर्नाटक की टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट के साथ-साथ इंटरनेशनल क्रिकेट का भी अच्छा अनुभव है.

देवदत्त पडिक्कल, करुण नायर, मनीष पांडे और हाल तक भारत के सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने वाले मयंक अग्रवाल इस टीम में हैं. सभी जानते हैं कि ये लोग किस तरह के बल्लेबाज हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के लिए कर्नाटक की बल्लेबाजी से निपटना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है.

कर्नाटक के सामने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले मोहसिन खान और यश दयाल की चुनौती होगी. इन दोनों ने आईपीएल में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया था.

मोहसिन लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेले थे और यश विजेता बनी गुजरात के लिए. अगर इन दोनों की जोड़ी चलजाती है तो कर्नाटक के बल्लेबाजों का पैर टिकाना मुश्किल हो जाएगा.

रोनित मोरे की अगुवाई वाली कर्नाटक की गेंदबाजी थोड़ी कमजोर लग रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि रिंकू सिंह, अक्षदीप नाथ और प्रियम गर्ग की बल्लेबाजों की तिकड़ी का क्या रूख होता है.

उत्तर प्रदेश की बल्लेबाजी का जिम्मा इन्हीं लोगों पर है, इन सभी को हालांकि एक राहत ये है कि प्रसिद्ध कृष्णा कर्नाटक की टीम में नहीं है. देखा जाए तो ये मैच कर्नाटक की बल्लेबाजी और उत्तर प्रदेश की बल्लेबाजी का मैच है.

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