देश। गेंहू आटा के निर्यात पर रोक लगाने के बाद केंद्र सरकार ने मैदा और सूजी के निर्यात पर बंदिशें लगाने का फैसला किया है. केंद्र सरकार का ये फैसला 14 अगस्त, 2022 से लागू से होगा.
दरअसल बीते दो महीने में गेंहू और आटा के निर्यात पर रोक लगाने के बाद मैदा और सूजी के निर्यात में भारी उछाल देखने को मिला था. इसी के चलते ये फैसला किया है.
डीजीएफटी ने जारी किया आदेश
डीजीएफटी द्वारा जारी किए आदेश के मुताबिक मैदा और सूजी के निर्यात की इजाजत इंटर-मिनिस्ट्रियल पैनल से मंजूरी के बाद दी जाएगी. इससे पहले केंद्र सरकार ने आटा के निर्यात पर रोक लगाने का जब फैसला लिया था तब से कहा गया था कि इंटर-मिनिस्ट्रियल पैनल से इजाजत के बाद ही निर्यात की इजाजत दी जाएगी.
अप्रैल 2022 में गेंहू के बने प्रोडक्ट्स का निर्यात 95,094 टन रहा था जिसका वैल्यू 314 करोड़ रुपये था. मई में 287 करोड़ रुपये के 1.02 टन नर्यात किया गया. डीजीएफसी द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक 8 से 14 अगस्त के बीच मैदा सूजी के एक्सपोर्ट करने दिया जाएगा जो कस्टम को निर्यात के लिए सौंप दिया गया है.
कीमतों में उछाल का नतीजा
दरअसल गेंहू, आटा की कीमतों के बाद गेंहू से बने दूसरे प्रोडक्ट्स की कीमतों में भारी उछाल आया है. जिसके बाद सरकार ने ये फैसला किया है. आपको बता दें गेंहू के उत्पादन में गिरावट और सरकारी खरीद में कमी के चलते गेंहू की कीमतें बढ़ी है. इससे पहले सरकार 13 मई, 2022 को सरकार ने गेंहू के निर्यात पर रोक लगा दी थी.