AICTE ने संस्था नों को दी विशेष अनुमति, MBA-PGDM में स्नातक अंकों पर हो सकेगा Admission |

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sadbhawnapaati
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MBA admission: कोविड-19 के कारण इस बार कई प्रवेश परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं, जिसे देखते हुए AICTE ने संस्थाुनों को एमबीए और पीजीडीएम पाठ्यक्रमों में दाखिलों स्नासतक के अंकों के आधार पर ही देने की अनुमति दी है। एआईसीटीई ने कहा है कि एमबीए और पीजीडीएम पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कराने वाले संस्थानों को स्नातक परीक्षाओं में हासिल अंकों के आधार पर ही विद्यार्थियों को दाखिला देने की अनुमति दी गई है, क्योंकि कोविड-19 के मद्देनजर कई प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो सका है।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह रियायत सिर्फ शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए है और इसे भविष्य के शैक्षणिक वर्षों के वास्ते मिसाल के तौर पर न देखा जाए। नहीं हो सकी हैं प्रवेश परीक्षाएं :- एआईसीटीई सदस्य सचिव राजीव कुमार ने कहा, ‘कैट, जैट, सीमैट, एटीएमए, मैट, जीमैट जैसी अखिल भारतीय परीक्षाएं और संबंधित राज्यों की सामान्य प्रवेश परीक्षाएं एमबीए या पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएमए) पाठ्यक्रमों के लिए दाखिला परीक्षाएं हैं। कई राज्यों में इनमें से कुछ परीक्षाएं कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के डर से आयोजित नहीं हो सकीं और इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि ये परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं या फिर आयोजित होंगी या रद्द कर दी गई हैं।’ स्ना्तक अंकों पर तैयार हो मेधा सूची :- परिषद ने संस्थानों को निर्देश दिया है कि अगर सीटें खाली हैं तो स्नातक परीक्षाओं के अंक के आधार पर मेधा सूची तैयार की जाए और उसके अनुसार दाखिला दिया जाए। देश भर में विश्वविद्यालय और स्कूल 16 मार्च से बंद हैं। केंद्र सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में कक्षाओं के आयोजन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद देश भर में 25 मार्च से बंद लागू किया गया था। इसके बाद से प्रतिबंधों में कई तरह की छूटें दी गईं लेकिन स्कूल और कॉलेज अब भी बंद हैं।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।
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