Amalaki Ekadashi 2021: एकादशी तिथि आज से शुरू, कल व्रत रखें आप, जानिए क्यों …!

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फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को हर साल आमलकी एकादशी मनाई जाती है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की पूजा करने का भी महत्व है. आमलकी एकादशी को काम, अर्थ, धर्म और मोक्ष प्रदायनी माना गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि आज सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर शुरू हो जाएगी और कल 25 मार्च 2021 को सुबह 09 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में लोग व्रत को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति में हैं कि व्रत आज रखा जाए या फिर कल. क्योंकि आज एकादशी तिथि पूरे दिन है और कल कुछ देर के लिए है. इसके बाद द्वादशी तिथि लग जाएगी.

इस मामले में ज्योतिषाचार्य डॉ. अरबिंद मिश्र का कहना है कि बेशक एकादशी तिथि आज पूरे दिन रहेगी, लेकिन सभी लोगों को ये व्रत कल गुरुवार के दिन रखना चाहिए क्योंकि कल की एकादशी उदया तिथि के साथ शुरू होगी. हिंदू धर्म में ज्यादातर त्योहार और व्रत उदया तिथि के हिसाब से ही किए जाते हैं. उदया तिथि से शुरू हुई किसी भी तिथि का प्रभाव पूरे दिन रहता है. इसलिए मन में कोई भ्रम न पालें और कल आमलकी एकादशी का व्रत रखें. हालांकि व्रत के नियमों का पालन आज शाम से ही शुरू हो जाएगा.

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ये है व्रत पारणा मुहूर्त

आमलकी एकादशी व्रत को अगले दिन खोला जाता है, ऐसे में व्रत पारणा का शुभ मुहूर्त 26 मार्च 2021 दिन शुक्रवार सुबह 06 बजकर 53 मिनट से 08 बजकर 12 मिनट तक रहेगा. सुबह स्नानादि से निवृत्त होने के बाद किसी जरूरतमंद या ब्राह्मण को भोजन कराकर सामर्थ्य के अनुसार दान-दक्षिणा दें, इसके बाद व्रत का पालन करें.

आज से ही व्रत नियमों का पालन करें

एकादशी व्रत के नियम एक दिन पहले सूर्यास्त के बाद से ही लागू हो जाते हैं, इसलिए आज शाम सूर्यास्त से पहले ही भोजन कर लें, इसके बाद यहां बताए जा रहे नियम का पालन करें.

1. जो भी भोजन करें वो बगैर प्याज-लहसुन वाला हो और सात्विक हो.

2. भोजन के दौरान भूलकर भी चावल का सेवन न करें.

3. द्वादशी तक संयम के साथ ब्रह्रचर्य का पालन करें.

4. किसी के लिए भी मन में द्वेष की भावना न लाएं. किसी की चुगली न करें और न ही झूठ बोलें. मन में भगवान का ध्यान करें.

5. कल सुबह जल्दी उठकर भगवान के समक्ष व्रत का संकल्प लें और व्रत को विधि विधान के साथ पूरा करें.

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