86% रिकवरी रेट से कोरोना मरीजों को जीवनदान दे रहा अमलतास हॉस्पिटल

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sadbhawnapaati
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* स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही मरीजों को मिल रहा निःशुल्क बेड, मेडिसिन, ऑक्सीजन, रेमडेसिवीर इंजेक्शन
* ऑक्सीजन के बेहतर उपयोग के लिए डॉक्टर्स की टीम के द्वारा अमलतास अस्पताल में किया गया दौरा

देवास । पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। हर दिन 4 लाख से अधिक संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। कई राज्यों में बढ़ते संक्रमण के बीच अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी हो गई है, जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन सकारात्मक पहलू यह है कि देवास के अमलतास अस्पताल में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा के साथ सभी तरह की आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है। अमलतास अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए शासन द्वारा बेड, ऑक्सीजन, दवाई, रेमडेसिवीर इंजेक्शन आदि जरूरी सुविधाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई गई है, जिसका लाभ देवास, उज्जैन, शाजापुर और आगर जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों को मिल रहा है।

अप्रैल माह में अमलतास अस्पताल का रिकवरी रेट 86% रहा जो कि प्रदेश के रिकवरी रेट से ज्यादा है
अमलतास समूह के संस्थापक सुरेश सिंह भदौरिया ने बताया कि कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बावजूद सुखद बात ये है कि अमलतास अस्पताल में भर्ती मरीज बेहतर इलाज और खुद के आत्मबल के बूते लगातार स्वस्थ हो रहे हैं। अपने को सकारात्मक रखते हुए मरीज कोरोना से जंग जीतने में कामयाब हो रहे हैं। अप्रैल माह में अस्पताल में रिकवरी रेट 86% रहा। जबकि अप्रैल माह में राष्ट्रीय रिकवरी रेट 81% और प्रादेशिक रिकवरी रेट 84.4% रहा है। निश्चित रूप से यह आंकड़े अमलतास के कोरोना योद्धाओं की लगन और मेहनत का प्रमाण है।

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अमलतास अस्पताल, देवास के सीओओ, डॉ जगत रावत ने बताया कि “अमलतास अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इसी के बदौलत अस्पताल का रिकवरी रेट बहुत ही अच्छा है। अस्पताल में किसी भी तरह की परेशानी न आए इसलिए समय-समय पर हर ओर से ध्यान रखा जाता है। इसी कड़ी में शुक्रवार को डॉक्टर्स की टीम के द्वारा अमलतास हॉस्पिटल में मेडिकल गैस का ऑडिट किया गया। इसका उद्देश यही था कि ऑक्सीजन मितव्ययिता के साथ उपयोग हो ताकि जिस मरीज को जैसी जरूरत है उन्हें ऑक्सीजन मिल सके। टीम के द्वारा देखा गया कि मरीजों को सही तरीके से भरपूर ऑक्सीजन मिल रही है और जहां पर अधिक मात्रा में ऑक्सीजन मिलना पाई गई है वहां पर नर्सेस और ड्यूटी डॉक्टर को आवश्यक निर्देश दिए गए।

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