MP में अब तक लगभग 1.75 करोड़ लोगों को लगाए गए कोरोना रोधी टीके: CM शिवराज

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Bhopal News भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सोमवार को कहा कि अब तक प्रदेश की लगभग 1.75 करोड़ आबादी को कोविड-19 रोधी टीका (Covid-19 Anti-Aaccine) लगाकर उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है. मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने चौहान के हवाले से कहा, ‘‘अब तक प्रदेश की लगभग पौने दो करोड़ आबादी को टीका लगाया जा चुका है. इनमें से स्वास्थ्य कर्मचारियों और अग्रिम मोर्चे के 10.24 लाख कर्मचारियों को टीके की पहली खुराक और 67,030 को दूसरी खुराक मिल चुकी है. इसी प्रकार 18 से 44 वर्ष के 83.30 लाख लोगों को पहली खुराक और 13.95 लाख को दूसरी खुराक मिल चुकी है. वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु के 80.90 लाख लोगों को पहली खुराक और 15.44 लाख लोगों को टीके की दूसरी खुराक मिल चुकी है.’’ चौहान ने बताया कि प्रदेश में टीकाकरण (vaccination) का कार्य निरंतर जारी रहेगा.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और सहयोग से टीकाकरण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य बना है. देश में एक साथ 21 जून को 86 लाख से अधिक लोगों ने टीके लगवाए. इसी दिन मध्यप्रदेश में 16 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए गये. अन्य राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश की टीकाकरण में लगभग 20 प्रतिशत भागीदारी रही और यह प्रदेशवासियों के दृढ़संकल्प और कर्मचारियों की कार्य-कुशलता का नतीजा है.

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कमलनाथ ने सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिए हैं
बता दें कि शनिवार को खबर सामने आई थी कि कोरोना महामारी के दौरान मध्य प्रदेश पुलिस दूसरे विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ ड्यूटी पर रहे. सड़क से अस्पतालों तक तैनाती के दौरान कोरोना संक्रमित हुए कई पुलिसकर्मियों (Policeman) की जान चली गई. पुलिसकर्मियों के साथ सरकारी विभागों के लिए सरकार ने ड्यूटी के दौरान कोरोना से शहीद होने वाले अधिकारी कर्मचारियों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाना था, लेकिन सैकड़ों पुलिसकर्मी शहीद हो गये, जिनमें से सिर्फ 7 को मुआवजा दिया गया. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिए हैं.

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।