Awas Mela Indore। सुशासन सप्ताह और जनकल्याण अभियान के तहत इंदौर जिला प्रशासन ने आवासहीनों के सपनों को साकार करने के लिए एक अनूठी पहल की है। शनिवार से लालबाग परिसर में आयोजित इस दो दिवसीय आवास मेले ने पहले ही दिन जबरदस्त प्रतिक्रिया प्राप्त की। मेले के पहले दिन 14,000 से अधिक लोगों ने पंजीयन कराया और लगभग 400 प्लाट/फ्लैट बुक या आवंटित किए गए। इस पहल ने न केवल नागरिकों में उत्साह भर दिया, बल्कि प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना की गई।
ईडब्ल्यूएस और एलआईजी वर्ग के लिए सुनहरा अवसर
इस आवास मेले का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर ईडब्ल्यूएस और निम्न आय वर्ग एलआईजी के परिवारों को किफायती दरों पर आवास उपलब्ध कराना है। मेले में इंदौर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विकसित की जा रही 150 कॉलोनियों में से 6,000 से अधिक भूखंड और फ्लैट बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। मेले के पहले दिन ही नागरिकों का उत्साह देखने लायक था, सुबह 10 बजे मेले की शुरुआत के साथ ही लालबाग परिसर में नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पहले एक घंटे में ही बड़ी संख्या में प्लाट और फ्लैट आवंटित किए गए।
कलेक्टर और प्रशासन की मेहनत लाई रंग
इस मेले के मुख्य सूत्रधार संयुक्त कलेक्टर प्रदीप सोनी ने जानकारी दी कि इस आयोजन में जनता को प्लाट और फ्लैट के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि पात्र नागरिकों को ईडब्ल्यूएस और एलआईजी श्रेणियों के तहत भूखंड और फ्लैट आवंटित किए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया में सभी आवश्यक नियमों का पालन किया जा रहा है। मेले के उद्घाटन पर कलेक्टर आशीष सिंह ने नागरिकों से संवाद किया और मेले की गतिविधियों का अवलोकन किया। उन्होंने प्रत्येक स्टॉल पर जाकर नागरिकों और कॉलोनाइजरों से चर्चा की। उन्होंने मेले में उपस्थित हितग्राहियों को इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की अपील की गई।
पहले प्रयोग में ही अभूतपूर्व सफलता
यह मेला अपनी तरह का पहला प्रयास है, जहां इतने बड़े पैमाने पर कॉलोनाइजर शामिल हुए हैं। जिला प्रशासन और कॉलोनी सेल ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। कालोनी सेल के प्रमुख अधिकारी गौरव बेनल (आईएएस), संयुक्त कलेक्टर प्रदीप सोनी और उनकी टीम ने इस मेले को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
जनता ने की प्रशासन की सराहना
इस मेले में भाग लेने वाले हितग्राही प्रशासन की इस पहल से बेहद खुश नजर आए। उन्होंने उचित मूल्य पर भूखंड और फ्लैट मिलने के इस सुनहरे अवसर के लिए प्रशासन का धन्यवाद किया। मेले में कई परिवारों ने अपनी आवास समस्या का समाधान होते देखा और इसे जिला प्रशासन की बड़ी उपलब्धि बताया।
अंतिम दिन का भी रहेगा उत्साह
यह मेला 22 दिसंबर को भी सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक जारी रहेगा। नागरिक इस मेले में पहुंचकर अपनी आवासीय आवश्यकताओं के अनुसार प्लाट और फ्लैट का चयन कर सकते हैं।
सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
इस पहल से न केवल आवासहीनों को राहत मिली है, बल्कि सुशासन की दिशा में प्रशासन की प्रतिबद्धता भी साबित हुई है। इस मेले ने यह दर्शाया कि जब प्रशासन और जनता मिलकर काम करते हैं, तो सकारात्मक परिणाम अवश्य मिलते हैं। इंदौर जिला प्रशासन की यह अनूठी पहल निश्चित रूप से अन्य जिलों के लिए एक उदाहरण बनेगी।
मेले में शामिल होने के लिए आवश्यक शर्तें :
इस आवास मेले में भाग लेने के लिए कुछ मुख्य शर्तें निर्धारित की गई हैं:-
आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
परिवार की वार्षिक आय 6 लाख रुपये तक होनी चाहिए।
ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए आय सीमा 3 लाख रुपये तक।
एलआईजी वर्ग के लिए आय सीमा 3 लाख से 6 लाख रुपये तक।
आवेदक या उसके परिवार के नाम पर मध्य प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में कोई भी भवन या भूखंड नहीं होना चाहिए।