विगत दो-तीन महीने से बंद पड़ा काम एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है जिसके अंतर्गत विकास प्राधिकरण द्वारा बीते कुछ वर्षों से नायता मुंडला स्थित अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का काम फिर से शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर ठेकेदार को भी निर्देश दे दिए गए हैं जिसमें निर्माण कार्य प्राधिकरण अफसरों के दावों के हिसाब से पूरा नहीं हो पाया क्योंकि कोरोना महामारी के चलते रह गया था। बताया जाता है कि अब इस को लेकर पिछले दिनों ठेकेदार कंपनी को भी तलब किया था और अब धीरे-धीरे पूरी तरह से लॉकडाउन खुल गया है। उक्त बस टर्मिनल का काम गत वर्ष ही पूरा हो जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। वहीं दूसरी ओर एम आर 10 प्राधिकरण द्वारा बस टर्मिनल का काम ग्राम कुमेडी में किया जा रहा है।
दरअसल नायता मुंडला में बन रहे बस टर्मिनल के काम में कई बाधक निर्माण भी थे तो आसपास झुग्गी बस्तियों का कारण भी परेशानी बनी हुई थी लॉकडाउन लगने के पूर्व ही झुग्गी बस्तियों को तो हटा दिया गया था लेकिन बाद में ठेकेदार ने काम बंद कर दिया क्योंकि मजदूर नहीं मिले। ऐसे में अब एक बार फिर से काम की शुरुआत होने जा रही है। नायता मुंडला बस टर्मिनल पर लगभग 11 से ?12 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं जिसका क्षेत्रफल भी साढ़े पांच एकड़ के आसपास है। वहीं दूसरी और यहां भूतल पर 14 दुकानें व प्रथम तल पर लगभग 14 से अधिक कार्यालय होंगे तो 240 सीटों का एक वेटिंग हाल के साथ साथ एक रेस्टोरेंट का भी निर्माण किया जा रहा है। यहां का बस स्टैंड का काम हालांकि पहले चला था लेकिन बाद में बंद हो गया है। अब जल्द ही इसे फिर से शुरू करने के साथ ही पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्राधिकरण सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने कहा कि काम तो लगभग हो गया है लेकिन कोरोना महामारी के चलते काम बंद हो गया था। अब फिर से शुरू होकर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है।