दैनिक सदभावना पाती के पास इस मामले में दर्जनों काॅलेजों के ठोस सबूत एडमिशन के पहले से ही शुरु हो जाती है सेटिंग, काॅलेज नहीं आने का अलग से देना होता है चार्ज
पहली कड़ी में..
इंदौर के एनिबेसेंट काॅलेज और देवास के ज्ञानोदय काॅलेज के बारे में खुलासा किया जा रहा है, इन काॅलेजों के कर्ताधर्ता खुल कर कहते है कि आप काॅलेज की फीस भरो बाकी काॅलेज देख लेगा।
एनसीटीई, यूनिवर्सिटी, आदिवासी विकास के गठजोड़ से पनप रहा प्रदेश के बीएड कॉलेजों में जबरदस्त घोटाला, कॉलेज संचालकों की तगड़ी सांठगांठ, कोई टोकाटाकी नहीं, उपस्थिति का भी कोई टेंशन नहीं करोड़ों की छात्रवृत्ति बांटने के बाद भी भविष्य के लिए फर्जी शिक्षक हो रहे तैयार…
दैनिक सदभावना पाती – विनय वर्मा
Indore News। इस साल विश्वविद्यालय के कोर्स में सबसे ज्यादा डिमांड बीएड करने वाले छात्रों की रही। बीएड के लिए छात्र छात्राओं में भयंकर काँपिटीशन देखने को मिला जिसका बड़ा कारण कॉलेज जाए बिना डिग्री पा लेना और उस डिग्री का शासकीय नौकरी के लिए आवश्यक होना है। इस बात का कॉलेज संचालक भी मनमाफिक फायदा उठाते हुए चांदी काट रहे हैं। विद्यार्थियों से मुंहमांगी फीस के साथ कॉलेज नहीं आने की सुविधा का अलग से पैसा वसूल रहे हैं
दैनिक सदभावना पाती को लगातार शिकायत मिल रही थी
बीएड कोर्स में नॉन अटेंडिंग की सुविधा अनेकों काॅलेज द्वारा दी जा रही है इस पर जब इन्वेस्टिगेशन किया गया तो यह मामला कल्पना से कई गुना बड़ा मिला। हाल ही में ग्वालियर क्षेत्र के बीएड काॅलेजों में मान्यता के मामले सामने आये हैं जहाँ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एनसीटीई से मान्यता ली गई और सिर्फ कागजों पर काॅलेज चल रहे थे।
वास्तविकता में जांच की जाए तो यह फर्जीवाड़ा व्यापमं और नर्सिंग से भी बड़ा निकलेगा यहाँ भी बिना रेगुलर फैकल्टी, बिना रेगुलर छात्रों, बिना हॉस्टल, बिना नियमों के सिर्फ कागजों पर ही काॅलेज संचालित हो रहे हैं।
इन डमी एडमिशन के नाम पर पूरे प्रदेश से सैकड़ों करोड़ों की छात्रवृत्ती भी निकाली जा रही है जिसकी जांच न तो राज्य सरकार, न यूनिवर्सिटी न एनसीटीई न ही आदिवासी विकास विभाग कर रहा है। अब तक यह घोटाला सबकी सांठगांठ से निर्बाध रूप से चल रहा है इस घोटाले का सीधा असर हमारी आने वाली पीढ़ियों पर पड़ेगा जहाँ नियमानुसार शिक्षक बनने के लिए बीएड की डिग्री होना आवश्यक है ऐसी फर्जी डिग्री पाने वाले शिक्षक कितने योग्य होंगे इसकी कल्पना आप खुद कर सकते हैं।
:: रिपोर्टर – मेम क्या आपके काॅलेज से बीएड का कोर्स हो जायेगा
:: एनिबेसेंट काॅलेज – हां जी बिलकुल हो जायेगा।
:: रिपोर्टर – आपके काॅलेज की फीस कितनी है
:: एनिबेसेंट काॅलेज – सर देखिए दो साल का कोर्स होता है और चार बार एग्जाम होती है हर 6 महीने में, 36 हजार रुपए एक साल की फीस है चार बार परीक्षा होती है उसकी फीस 16 या 17 सौ रुपए होती है जो आपको भरना है ।
:: रिपोर्टर – मेरी भांजी हरदा में रहती है रोज काॅलेज नहीं आ सकती है तो क्या उसको कुछ फेवर मिल सकता है
:: एनिबेसेंट काॅलेज – देखिए पहले आप रजिस्ट्रेशन करवाइए उसमें सबसे पहले हमारे कॉलेज का नाम डालिए जब आपका नाम लिस्ट में आ जायेगा तब जैसा आप चाहते है वैसा हो जायेगा लेकिन उसके लिए एक बार आपको काॅलेज में आना होगा
:: रिपोर्टर – इसके अलावा कोई अतिरिक्त फीस तो नहीं लगेगी, मेम आपका नाम क्या है
:: एनिबेसेंट काॅलेज – जी नहीं इसके अलावा कोई और फीस नहीं लगेगी, यह काॅलेज का नंबर है आप इसी पर कॉल लगा लीजिएगा और कह दीजिएगा बीएड की बात करनी है आपसे कोई भी फैकल्टी बात कर लेगी।
देवास का ज्ञानोदय
::: बीएड के लिए प्रवेश परीक्षा में ऑनलाइन फॉर्म भरते समय जिस कॉलेज में प्रवेश लेना है उसको पहले स्थान पर रखते हुए आगे की कार्रवाई की जाती है यही वह समय होता है जब काॅलेज अपनी सेटिंग बिठाते है और अपने कॉलेज में एडमिशन के लिए छात्रों को लुभाते हैं इसके लिए फीस के साथ ही कॉलेज नहीं आने तक के लिए सेटिंग की जाती है।
यही हाल देवास के ज्ञानोदय काॅलेज का भी है यहां पर भी शिकायत मिलने के बाद जब हमारे रिपोर्टर ने काॅलेज की फैकल्टी से बात की तो उनका कहना था कि आप बस रजिस्ट्रेशन करवा लीजिए बाकी आप जैसा चाहते है वैसा हो जायेगा जिस प्रकार फोन पर बात हुई है उसके कुछ अंश यहां पर प्रकाशित किए जा रहे है।
:: रिपोर्टर – मेम क्या आप ज्ञानोदय काॅलेज से बोल रहे है क्या आपके काॅलेज से बीएड का कोर्स होता है
::ज्ञानोदय काॅलेज देवास – जी हां ज्ञानोदय काॅलेज से बोल रही हूं। हमारे काॅलेज से बीएड का कोर्स कराते है।
:: रिपोर्टर – आपके काॅलेज की फीस कितनी है और कोर्स कितने साल का है
::ज्ञानोदय काॅलेज देवास – फीस तो 1 साल की 36 हजार और दो साल की 72 हजार रुपए है इसके अलावा लगभग 2 हजार रुपए परीक्षा फीस अलग है जो चार सेमेस्टर में होगी
:: रिपोर्टर – क्या बच्ची का एडमिशन सीधे हो जायेगा
::ज्ञानोदय काॅलेज देवास – जी नहीं एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है पहले रजिस्ट्रेशन करवा लीजिए आप चाहें तो काॅलेज आकार भी फाॅर्म भर सकते हैं
:: रिपोर्टर – काॅलेज का समय क्या रहेगा
::ज्ञानोदय काॅलेज देवास – काॅलेज का समय रोजाना 11 बजे से शाम को 4 बजे तक रहेगा
:: रिपोर्टर – आपसे एक फेवर चाहिए था छात्रा काॅलेज से काफी दूर रहती है और रोज आने में असमर्थ है
::ज्ञानोदय काॅलेज देवास – उसके लिए आप काॅलेज आ जाईए सब व्यवस्था हो जायेगी आप चिंता न करंे।
75% बायोमेट्रिक अटेंडेंस का है नियम
एनसीटीई से मान्यता मिलने के बाद सम्बंधित यूनिवर्सिटी से संबद्धता लेना होता है परीक्षा के पहले छात्र की 75% बायोमेट्रिक अटेंडेंस होना आवश्यक है, छात्रवृत्ति के लिए भी 75% अटेंडेंस होना जरुरी है।
इनका कहना है
:: इस विषय पर जब काॅलेज के संचालक से बात की गई तो उनका कहना था कि ऐसा नहीं है हमारे काॅलेज में सभी स्टूडेंट रेग्यूलर आते है बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगाई जाती है:-
मोहित यादव संचालक (एनिबेसेंट काॅलेज)
:: हम 2016 से चला रहे है हमारे यहाँ नियमित क्लास लगती हैं:-
संचालक ज्ञानोदय इंस्टिट्यूट देवास
:: मैंने दो महीने पहले ही विक्रम यूनिवर्सिटी ज्वाइन की है ऐसा मेरी जानकारी में नहीं है लेकिन यदि मय प्रमाण के शिकायत मिलती है तो कमेटी बना कर जांच की जायेगी और उन काॅलेजों पर सख्त कार्रवाई करेंगे:-
डाॅ. अनिल शर्मा रजिस्ट्रार, विक्रम वी. वी. उज्जैन
:: बीएड की परीक्षा फाॅर्म में जो अटेंडेंस होती है वह काॅलेज ही सत्यापित करके भेजते हैं उसमंे डीएवीवी का कोई लेना देना नहीं है:-
अजय वर्मा रजिस्ट्रार, डीएवीवी इंदौर