BJP MLA ने अपनी सरकार पर उठाए सवाल, कांग्रेस बोली-अब प्रदेश में ऑक्सीजन घोटाला

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कोरोना (Corona) के भीषण संकट और ऑक्सीजन की भारी डिमांड के बीच एक नया घोटाला सिर उठा रहा है. कोरोना संकट के इस भीषण संक्रामक दौर में भी क्या कोई घोटाला (Scam) मध्यप्रदेश में पनप सकता है. कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश में ऑक्सीजन घोटाला फल फूल रहा है. कांग्रेस के इस आरोप को बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के ट्वीट से बल मिला.

सूबे की सियासत में ये इस आरोप से ही सरगर्म है. भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने एक ट्वीट मुख्यमंत्री सीएम शिवराज को किया. ट्वीट में विश्नोई ने बताया था कि मध्यप्रदेश के मुकाबले महाराष्ट्र में 10 गुना ज्यादा मरीज हैं वहां ऑक्सीजन की खपत मध्य प्रदेश से काफी कम है. दो प्रदेशों के बीच मरीजों में ऑक्सीजन की खपत को लेकर किया गया ट्वीट कई सवाल खड़े कर गया. कांग्रेस ने इसी के आधार पर घोटाले का आरोप लगाया

मुख्यमंत्रीजी, कृपया ध्यान दें
अजय विश्नोई ने, अपने ट्वीट के जरिए प्रदेश में कोविड मरीजों की औसत संख्या और उन पर खर्च की जाने वाली ऑक्सीजन की तुलना महाराष्ट्र से करते हुए सवाल खड़े किए. उन्होने टवीट् करते हुए लिखा -मुख्यमंत्री जी कृपया ध्यान दें. अप्रैल के प्रथम सप्ताह में महाराष्ट्र में 50000 मरीज थे और ऑक्सीजन 457 मीट्रिक टन खर्च हुई है. लेकिन मध्यप्रदेश में सिर्फ 5000 मरीजों पर 732 मीट्रिक टन ऑक्सीजन खर्च क्यों हुई?

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कांग्रेस बोली-सीएम साहब अपने विधायक के सवाल का जवाब दें
विश्नोई के ट्वीट को मध्य प्रदेश कांग्रेस ने लपक लिया. उसने रि ट्वीट करते हुए इसे ऑक्सीजन घोटाले से जोड़ दिया. मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया शिवराज जी अपनी सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई के सवाल का ही जवाब दे दीजिए! महाराष्ट्र के मुकाबले सिर्फ 10 प्रतिशत मरीज होते हुए भी ऑक्सीजन की खपत ज्यादा क्यों हुई? क्या नया घोटाला ऑक्सीजन होगा! पैसा हो,चाहे जैसा हो.

अजय विश्नोई का बयान

इस पूरे मामले पर अजय विश्नोई का बयान भी सामने आया है. उन्होंने खुलकर कहा प्रदेश में सरकार कोविड-19 से लड़ने का हर संभव प्रयास कर रही है. लेकिन प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी अभी भी बनी हुई है. ऐसे में उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए सीएम शिवराज सिंह का ध्यान आकर्षित करना चाहा है. बहरहाल विश्नोई के ट्वीट के बाद ऑक्सीजन का मसला जांच का विषय बन सकता है.

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