दिल्ली के जहांगीरपुरी के बाद अब शाहीन बाग चर्चा में है। यहां अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की तैयारी है। इसे लेकर बहस छिड़ गई है। टीवी चैनलों में जमकर डिबेट हो रही है। ऐसी एक डिबेट में MPCI के अध्यक्ष तस्लीम रहमानी और बीजेपी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम पहुंचे थे। इस दौरान दोनों में तीखी नोकझोंक हुई।
दिल्ली में अवैध निर्माण पर बीजेपी के बुलडोजर ऐक्शन को लेकर देशभर में चर्चा है। टीवी चैनलों में भी इसे लेकर गरमागरम बहस जारी है। ऐसी बातें होने लगी हैं कि बीजेपी कार्रवाई तो सब पर करती है, लेकिन ढोल पीटती है कि मुसलमानों पर की। इससे प्रशासनिक मामले को भी मजहबी रंग मिल जाता है। एक चैनल पर इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए मुस्लिम पॉलिटिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष तस्लीम रहमानी और बीजेपी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान रहमानी ने बीजेपी पर जानबूझकर प्राशनिक कार्रवाई को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि कोई माई का लाल बताए कि देश में रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की कितनी संख्या है। बीजेपी भले सक्सेना जी का मकान तोड़े बताएगी मुसलमान का तोड़ा। इस पर जफर इस्लाम बिफर गए। उन्होंने रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों का जिक्र करते हुए जवाब दिया।
जहांगीरपुरी के बाद शाहीन बाग में बुलडोजरों को दौड़ाने की तैयारी है। एमसीडी ने कहा है कि यहां सरकारी जगहों पर अवैध कब्जा है। अतिक्रमण हटाने के अभियान को हर बार मजहबी रंग दिया जाता है। फिर भले उसमें सभी पर कार्रवाई क्यों न हुई हो। इसे लेकर एक टीवी डिबेट में पहुंचे तस्लीम रहमानी ने कहा कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनी और अतिक्रमण लंबे समय से मसला रहा है। इस मसले पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने इलेक्शन जीते हैं। हजारों ऐसी कॉलोनी हैं जिनको समय-समय पर आई सरकारों ने रेगुलराइज किया।
रहमानी ने कहा कि इसके बावजूद अगर आज दोबारा उन्हीं कॉलोनियों में अतिक्रमण का इश्यू आ रहा है तो हमें पीछे जाना होगा। उन आंकड़ों को देखना होगा जो पहले आए थे। कल आप कहेंगे कि पुरानी दिल्ली आक्रांताओं ने बसाया था। लालकिला भी आक्रांताओं ने बनाया था तो यह अनऑथराइज्ड हो गया इसलिए इसे तोड़ दो। यह लॉजिक कतई नहीं है।
रहमानी बोले कि बीजेपी भले सक्सेना जी का मकान तोड़े बताएगी मुसलमान का तोड़ा है। यही उसकी पॉलिटिक्स है। इसके जरिये बीजेपी पोलराइजेशन का वही फॉर्मूला चल रही है जो उसने यूपी में किया। वह आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ मुसलमानों का वोट शिफ्ट करके बाकी वोट अपने पाले में लाना चाहती है। इस तरह राजधानी में भी बीजेपी की 80 और 20 की सियासत करने की मंशा है।
रहमानी ने कहा कि बीजेपी दिल्ली में बुलडोजर की सियासत करना चाहती है। गैर-कानूनी तरीके से इसे अमलीजामा पहनाया जा रहा है। उन्होंने बीजेपी से सवाल करते हुए कहा कि ये एक आंकड़ा नहीं दे पाएंगे कि देश में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान कितने हैं।
इस पर जफर इस्लाम ने रहमानी को जवाब देते हुए कहा कि एडमिनिस्ट्रेटिव काम को गलत चश्मे से नहीं देखा जाए। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इसका इलेक्शन से कोई लेनादेना नहीं है। आप की ओर इशारा करते हुए वह बोले कि जिसको इलेक्शन की पड़ी है वह पार्टी उसकी बात कर रही है।
जब सब पर कार्रवाई की जाती है तो बार-बार जोर देकर बांग्लादेशी और रोहिंग्या के जिक्र लाने के सवाल पर जफर इस्लाम बोले कि इसे लेकर कुछ चीजों को अच्छे से समझ लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या देश के नागरिक नहीं हैं। इस देश के संसाधनों पर सिर्फ देशवासियों का हक है। फिर भले वो किसी भी पूजा पद्धति में विश्वास रखते हों।
जफर इस्लाम बोले कि कोई माई का लाल नहीं कह सकता है कि इस धर्म का नागरिक होने के नाते उसे देश के रिसोर्सेज पर अधिकार नहीं है। उन्होंने पूछा कि रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के लिए कौन सा प्यार छलक रहा है। प्यार दिखाना ही है तो देश की जनता के लिए प्यार दिखाइए।