बीजेपी का बढ़ा कुनबा प्रीतम लोधी, कांग्रेस नेत्री मोना सुस्तानी और बीएसपी की चौधरी पार्टी में शामिल

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MP News in Hindi. राजधानी भोपाल में भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित चले रहे प्रीतम लोधी को एक बार फिर से भाजपा में शामिल किया गया है। इसके अलावा राजगढ़ से कांग्रेस की नेत्री मोना सुस्तानी और बसपा की पूर्व विधायक उषा चौधरी को भी भाजपा की सदस्यता दिलाई गई है।
इस दौरान प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मेहमानों का भाजपा में गमछा पहना कर स्वागत किया। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उपस्थित रहे।
बता दे कि प्रीतम लोधी को ब्राह्मण विरोधी बयानों के चलते बीजेपी से निष्कासित किया गया था। इसके बाद से ही प्रीतम लोधी लगातार ओबीसी वर्ग के बीच सक्रिय नजर आ रहे थे। कई सार्वजनिक मंचों से प्रीतम लोधी ने बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी भी की। बता दे प्रीतम सिंह लोधी को पूर्व सीएम उमा भारती का खास माना जाता है और लोधी समाज में प्रीतम का अच्छा नाम है।
ऐसे में बीजेपी लोधी समाज के लोगों को अनदेखा नहीं कर सकती थी, इसलिए दोबारा प्रीतम को मौका दिया गया है। हालांकि प्रीतम के बीजेपी में शामिल होने के पीछे एक और बड़ी वजह बताई जा रही है।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती पिछले कई महीनों से शराब नीति में संशोधन को लेकर सरकार के खिलाफ बयान बाजी कर रही थी। लगातार शराबबंदी और शराब नीति में संशोधन को लेकर सरकार से मांग कर रही थी। इस बीच प्रीतम लोधी को ब्राह्मणों के खिलाफ दिए बयान को लेकर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
जिसके बाद उमा भारती लगातार प्रीतम लोधी के संपर्क में रही। उमा भारती ने कहा था कि प्रीतम ने अपने बयान को लेकर पार्टी और ब्राह्मण समाज से माफी मांग ली थी, इसलिए उसे निष्कासित नहीं करना था। इसके बाद प्रीतम लोधी ओबीसी महासभा के मंच पर नजर आते रहे।
हाल ही में पिछले महीने शराब नीति में हुए संशोधन के बाद उमा भारती के तेवर बदल गए। जिसके बाद माने जाने लगा कि जल्द ही प्रीतम की भाजपा में वापसी होगी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी प्रीतम लोधी को जमकर जनसमर्थन मिल रहा था। प्रीतम की केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी लगातार बातचीत हो रही थी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।