खाखी पर फिर लगा धब्बा – एसआई बोली 5 हजार दे वर्ना दुष्कर्म की एफआईआर कर दूंगी

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sadbhawnapaati
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मामला इंदौर के जूनी थाना का है जहाँ की एसआई कृष्णा राठौर ने खंडवा के किशन मौर्या से पांच हजार रुपये की मांग की। किशन का पत्नी ऋतू से विवाद चल रहा था। एसआई ने किशन और उसकी मां कमला को बयान के लिए बुलाया और कहा 5 हजार रुपये फीस दे देना वरना लड़की से आवेदन लेकर दुष्कर्म की एफ.आई.आर कर दूंगी। पश्चिम क्षेत्र के एसपी महेश चंद जैन ने एसआई को लाइन अटैच कर दिया।
पंजाबी कॉलोनी (खंडवा) निवासी किशन के मुताबिक वीडियो करीब एक महीने पहले बनाया था। विवाद होने के बाद पत्नी ऋतू (पंचशील कॉलोनी) ने थाना में शिकायत कर दी। एसआई कृष्णा राठौर ने बयान के लिए बुलाया और दिनभर थाने में बैठा कर रखा। शाम को उससे कहा कि उसकी (पत्नी की) बहन ने दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया तो तेरी सात पीड़िया खराब हो जाएगी। अगली बार में तुझे बुलाउंगी नहीं और न फोन लगाउंगी। मेरी फीस लेकर आया कि नहीं जो मैंने बोला था। मुझे उधर से डबल मिलेगी।

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तुझसे तो मैं पांच हजार रुपये लूंगी उधर से मुझे 20 हजार मिलेगा। किशन ने एसआई मोबाइल में रिकॉर्डिंग कर वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। शुक्रवार को एसपी ने वीडियो देख तत्काल लाइन अटैच कर दिया।
किशन के मुताबिक एसआइ ने पहले 1 मार्च को बुलाया था। उन्हें समझाया कि मेरा पत्नी से मामूली विवाद है। एसआई ने कहा तेरी पत्नी की बहन की तरफ से दुष्कर्म का केस कर लूंगी। इसके बाद एसआइ ने दोबारा बुलाया और रुपये मांगे। किशन ने एसपी और टीआइ को शिकायत की तो एसआई ग्वालटोली में रहने वाले रिश्तेदारों के पास पहुंची और समझौता का बोलने लगी।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।