जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य में ग्राम पिवडाय में में लगा पहला शिविर, हजारों ग्रामीणों का किया गया निःशुल्क उपचार
मंत्री श्री सिलावट ने पिवडाय में 50 बिस्तरों के अस्पताल बनाने की घोषणा की
इंदौर। इंदौर जिले में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत और आयुष्मान योजना के तहत ग्रामीणों के निशुल्क इलाज के लिए विकासखंड स्तर पर स्वास्थ्य शिविरो के आयोजन का सिलसिला शुरू किया गया है।
इस सिलसिले में आज पहला शिविर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य अतिथि में ग्राम पिवडाय में आयोजित किया गया।
इस शिविर में हजारों ग्रामीणों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाइयां वितरित की गई और इलाज किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जितु जिराती तथा श्री राजेश सोनकर विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार तेजी से किया जा रहा है। कोरोना महामारी के संकट काल में भी उपचार की पर्याप्त व्यवस्था की गई।
चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, जनप्रतिनिधियों और अन्य समाजसेवियों में भी कोरोना काल में उल्लेखनीय सेवाएं दी। उन्होंने कहा कि सांवेर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से विस्तार किया जा रहा है।
कनाडिया में 10 करोड़ रुपये की लागत से नया अस्पताल बनने वाला है। साथ ही शिवनी में 6 बिस्तरों का नया अस्पताल बनेगा।
सांवेर में भी 50 बिस्तरों का नया बड़ा अस्पताल बनाया जा रहा है। इसके अलावा जिस ग्राम में आवश्यकता होगी वहां के लिए भी अस्पताल बनाने का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने ग्राम पिवडाय में 50 बिस्तरों के नए अस्पताल बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को शीघ्र प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
श्री जीतू जिराती तथा श्री राजेश सोनकर ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए ग्रामीणों से कहा कि वे योजनाओं और कार्यक्रमों का भरपूर लाभ उठाएं।
राज्य सरकार द्वारा समग्र विकास की योजनाएं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। चहुमुखी विकास हो रहा है।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस.सेत्या ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री मनीषा पंडित ने किया।
शिविर में नेत्र, डेंटल, जनरल मेडिसिन,स्री रोग,शिशु रोग, नाक-कान-गला, हड्डी रोग, मानसिक रोग, चर्म रोग, सामान्य रोग आदि के इलाज के लिये विशेषज्ञ डॉक्टर उपस्थित थे। होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक तथा यूनानी पद्धति से भी इलाज की व्यवस्था थी।
पैथालॉजी एवं रक्त परीक्षण की भी विशेष व्यवस्था की गई थी। सर्वाइकल कैंसर की जाँच की भी व्यवस्था थी। मेडिकल बोर्ड द्वारा विकलागंता प्रमाण-पत्र बनाकर दिये गए। ब्लड डोनेशन के लिए विशेष केम्प लगाया गया।
इसके अलावा शिविर में डिजिटल हेल्थ कार्ड तथा आयुष्मान कार्ड बनाकर भी ग्रामीणों को दिए गए। सांवेर में अगला शिविर 23 अप्रैल को लगाया जाएगा।