श्री धनवंतरि इंदौर आयुर्वेदिक औषधि विक्रेता संघ द्वारा गाँधी हॉल इंदौर में आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में नगरीय प्रसाशन मंत्री मध्य प्रदेश शासन, कैलाश विजयवर्गीय के द्वारा 130 से भी अधिक बार रक्तदान करने एवं नशामुक्त अभियान के लिए इंडेक्स एवं अमलतास मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर रक्तवीर डॉ अभिजीत तायड़े का सम्मान किया गया !!
डॉ.अभिजीत तायड़े पिछले 28 वर्षों से 130 से भी अधिक बार रक्तदान कर मिसाल की कायम..
इंदौर रक्तवीर नाम से मशहूर, इंदौर गौरव अवार्ड एवं अन्य कई प्रमुख अवार्डों से सम्मानित डॉ. अभिजीत तायड़े पिछले 28 वर्षों से लगातार रक्तदान कर रहे है। उनका का मानना है कि हर किसी को रक्तदान करना चाहिए क्योंकि जीवन में इससे बड़ा महादान कुछ नहीं है। इंडेक्स एवं अमलतास मेडिकल कॉलेज में डायरेक्टर के पद पर पदस्थ रक्तवीर डॉ.अभिजीत तायड़े ने अभी तक अपने जीवन काल में 130 से भी अधिक बार रक्तदान कर एक मिसाल कायम की है।
विज्ञानं नगर, इंदौर निवासी डॉ.अभिजीत तायड़े ने बहुत कम उम्र में ही लक्ष्य बना लिया था की वे हर जरुरतमंद को रक्तदान करेंगे। इस अवसर पर ओ-पॉजिटिव रक्त समूह वाले रक्तवीर डॉ. अभिजीत तायड़े ने बताया की वो हर समय रक्तदान के लिए तैयार रहते है। रक्तदान करने वाले दानदाताओं के प्रयासों ने ना जाने कितने लोगों की जान बचाई है और समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाई है।ऐसे लोग निस्संदेह समाज के हीरो होते हैं। जिनकी प्रेरणा से और लोग भी आगे आकर रक्तदान करने के लिए प्रेरित होते हैं।
डॅा.अभिजीत तायड़े ने बताया कि हम केवल रक्तदान तक सीमित नहीं रहते है, बल्कि दूसरों की मदद के लिए अपना रक्तदान समूह “डोनेट ब्लड, सेव लाइफ” भी बना हुआ है। जिसमे हर जरुरतमंद को कभी भी, कही भी रक्त की जरुरत होती है तो समूह में से कोई भी सदस्य रक्तदान करने के लिए पहुँच जाता है।अगर किसी को भी रक्त की आवश्यकता हो तो इनके मोबाइल नंबर 9630098978 , 9977070185 पर संपर्क कर सकते है। इस ग्रुप के माध्यम से वे थैलेसीमिया और सिकल सेल जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को रक्त उपलब्ध कराते हैं।
इनके रक्तदान समूह द्वारा इसके अलावा, नशामुक्ति एवं अन्य बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कैंप लगाते हैं। उनकी यह पहल उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है, जिन्हें नियमित रूप से रक्त की आवश्यकता होती है।
थैलसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए रक्त सबसे आवश्यक
डॉ. अभिजीत तायड़े का कहना है कि हर व्यक्ति को हर 3 महीने में रक्तदान करना चाहिए। जिन बच्चों को थैलेसीमिया और सिकल सेल जैसी बीमारियां होती हैं। उनके लिए रक्त हर 15 दिन में आवश्यक होता है। उन्होंने यह भी बताया कि रक्तदान के कई फायदे होते हैं। जिन्हें लोगों को समझने की आवश्यकता है। जरूरतमंदों को समय पर रक्त मिल जाने से उनकी जान बचाई जा सकती है और इस निःस्वार्थ सेवा के बदले में ईश्वर से यही प्रार्थना की जाती है, कि दाता और प्राप्तकर्ता दोनों को स्वस्थ और सुखी जीवन मिले। इसीलिए डॉ अभिजीत तायड़े ने अपनी जिंदगी को मानव सेवा के लिए समर्पित कर दिया है।
इस अवसर पर मनोज खांबेटे, सुभाष श्रीवास्तव, , विपिन पाटनी, डॉ अजय गुजर,डॉ योगेंद्र भदौरिया,डॉ सचिन रस्तोगी, डॉ हेमंत चौहान,डॉ रोचन शर्मा, शिवम् झा, अखिलेश शर्मा, आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे !