Bollywood News – कोविड के कारण पोस्टपोन 450 करोड़ की RRR को तगड़ा झटका

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साल 2022 की सबसे बड़ी रिलीज RRR को कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रभाव के कारण 6 दिन पहले स्थगित कर दिया गया। 450 करोड़ के बजट में तैयार निर्देशक राजामौली की आरआरआर की 7 जनवरी को रिलीज ना होने का घाटा मेकर्स को हुआ है।
RRR के ट्रेलर को मिल रही प्रतिक्रिया को देखने के बाद जूनियर एनटीआर और रामचरण की जोड़ी को देखने के लिए फिल्म को लेकर करोड़ों की एडवांस बुकिंग हो चुकी थी। RRR के पोस्टपोन होने से मेकर्स को करोड़ों का नुकसान साफ तौर पर हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार RRR की एडवांस बुकिंग 10 करोड़ के करीब हुई।
ऐसे में सभी थिएटरों को एडवांस बुकिंग की रकम फिर से दर्शकों को लौटानी होगी। कोरोना की तीसरी लहर के बीच एक बड़ा झटका बॉलीवुड को साफ तौर पर लगता हुआ दिखाई दे रहा है।जाहिर सी बात है कि RRR को 450 करोड़ के बजट के साथ बनाया गया है ऐसे में फिल्म को आगे के लिए टाल देना करोड़ों का घाटा साफ तौर पर दिखाई दिया है।
RRR के प्रमोशन में करोड़ों खर्च
 हाल ही में कई बड़े इवेंट के साथ RRR के प्रमोशन को लेकर 15 से 16 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ट्रेड जानकारों के अनुसार RRR की 7 जनवरी को रिलीज नहीं होने पर 25 प्रतिशत के बिजनेस का नुकसान हुआ है। बता दें कि आरआरआर हिंदी सिनेमा की सबसे महंगी फिल्मों में से एक है। एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में राजामौली ने बताया है कि इंटरवेल सीक्वेंस की शूटिंग 65 दिनों तक चली थी।
RRR का बजट 450 करोड़
ऐसे में हर दिन के शूटिंग पर 65 लाख रुपए का खर्च होता था। यही वजह है कि फिल्म का बजट 400 करोड़ के करीब पहुंचा है। बड़ी यूनिट होने के कारण हर दिन सैकड़ों कलाकार वहां मौजूद रहते थे। इन सभी को अलग-अलग देशों से बुलाया गया था। यही वजह है कि हर रात की शूटिंग का खर्च 65 लाख तक पहुंच जाता था।
एक बार फिर से कोरोना के तेजी से बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए आरआरआर को पोस्टपोन कर दिया गया है। फिलहाल RRR की नई रिलीज तारीख की घोषणा नहीं की गई है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।