जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने की वजह से मुनमुन दत्ता पर अब केस चल रहा है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से फटकार पड़ने के बाद मुनमुन दत्ता हरियाणा के हांसी थाने पहुंची थीं। यहां पर मुनमुन दत्ता डीएसपी विनोद शंकर के सामने पेश हुईं। जिसके बाद पुलिस ने मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी करने के बाद पुलिस ने मुनमुन दत्ता को चार घंटों तक अपनी कस्टडी में रखा और उनसे पूछताछ की। हालांकि जब पूछताछ खत्म हुई तब मुनमुन दत्ता को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब मुनमुन दत्ता ने यूट्यूब पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में मुनमुन दत्ता ने जातिसूचक शब्द बोलकर हंगामा खड़ा कर दिया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद लोग मुनमुन दत्ता पर एक साम्प्रदायिक सदभावना को ठेस पहुंचाने के आरोप लगाने लगे थे। इस दौरान मुनमुन दत्ता के खिलाफ भारी प्रदर्शन भी हुआ था। इतना बखेड़ा खड़ा होने के बाद मुनमुन ने लोगों से माफी मागते हुए एक वीडियो भी शेयर किया था। लेकिन इस वीडियो का लोगो पर कोई असर नहीं पड़ा और सबने एक्ट्रेस के खिलाफ विद्रोह करना शुरू कर दिया।
लोग मुनमुन दत्ता की गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे। 3 मई 2021 को मुनमुन दत्ता के खिलाफ हरियाणा के हांसी में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया। जब मुनमुन दत्ता ने देखा कि उनके ऊपर केस कर दिया गया है तब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट भी याचिका दायर की थी। हालांकि 22 सितंबर 2021 को कोर्ट की ओर से मुनमुन दत्ता की इस याचिका को खारिज कर दिया गया और कहा गया कि जो कानून के हिसाब से सही होगा, आगे उसी को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही होगी।