बुरहानपुर : ताप्ती नदी उफान पर, जैनाबाद और दर्यापुर पुल डूबे, बीस गांवों से कटा संपर्क

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sadbhawnapaati
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बुरहानपुर जिले में रविवार रात से जारी झमाझम बारिश और बैतूल जिले के पारस डैम से पानी छोड़े जाने के कारण ताप्ती नदी एक बार फिर उफान पर आ गई है। शहर के राजघाट के पास ताप्ती पर बना जैनाबाद पुल और जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर मांजरोद के पास बना दर्यापुर पुल बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। दर्यापुर पुल के डूबने से नावरा की ओर बसे करीब बीस से ज्यादा गांवों से संपर्क कट गया है।

इन गांवों से खकनार पढ़ाई के लिए आने वाले कई विद्यार्थी और खरीददारी के लिए आए लोग फंस गए हैं। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक दोपहर एक बजे से पुल पर पानी आना शुरू हो गया था। शाम चार बजे तक ताप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान 220.800 मीटर से करीब छह मीटर ज्यादा पहुंच चुका था।

शाम पांच बजे ताप्ती 227 मीटर जलस्तर के साथ बह रही थी। ताप्ती के रौद्र रूप को देखते हुए जिला प्रशासन ने ताप्ती के खातूघाट और पीपल घाट की बस्तियों को खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है। नदी का जलस्तर यदि बढ़ता है तो इन बस्तियों को तुरंत खाली करा लिया जाएगा। यहां के रहवासियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।

कलेक्टर प्रवीण सिंह और पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने पहले ही अलर्ट जारी कर नागरिकों को ताप्ती के तटों व घाटों पर नहीं जाने के निर्देश जारी कर रखे हैं। ज्ञात हो कि बैतूल जिले के पारस डैम से प्रति सेकंड 161 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। साथ ही सोमवार सुबह से तेज बारिश का दौर जारी है। अधीक्षक भू अभिलेख के मुताबिक सोमवार को जिले में करीब 50 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश खकनार क्षेत्र में दर्ज की गई है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।