इन गांवों से खकनार पढ़ाई के लिए आने वाले कई विद्यार्थी और खरीददारी के लिए आए लोग फंस गए हैं। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक दोपहर एक बजे से पुल पर पानी आना शुरू हो गया था। शाम चार बजे तक ताप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान 220.800 मीटर से करीब छह मीटर ज्यादा पहुंच चुका था।
शाम पांच बजे ताप्ती 227 मीटर जलस्तर के साथ बह रही थी। ताप्ती के रौद्र रूप को देखते हुए जिला प्रशासन ने ताप्ती के खातूघाट और पीपल घाट की बस्तियों को खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है। नदी का जलस्तर यदि बढ़ता है तो इन बस्तियों को तुरंत खाली करा लिया जाएगा। यहां के रहवासियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
कलेक्टर प्रवीण सिंह और पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने पहले ही अलर्ट जारी कर नागरिकों को ताप्ती के तटों व घाटों पर नहीं जाने के निर्देश जारी कर रखे हैं। ज्ञात हो कि बैतूल जिले के पारस डैम से प्रति सेकंड 161 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। साथ ही सोमवार सुबह से तेज बारिश का दौर जारी है। अधीक्षक भू अभिलेख के मुताबिक सोमवार को जिले में करीब 50 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा बारिश खकनार क्षेत्र में दर्ज की गई है।