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इंदौर। इंदौर संभाग के विभिन्न जिलों में सी.एम. राईज हेतु विद्यालयों को चयन किया गया है। इन विद्यालयों को वर्तमान स्थिति से सी.एम. राईज़ तक ले जाने के लिये कई स्तर पर कार्य किया जाना है, जिसमें जिला प्रशासन की भूमिका अहम है।
इसी तारतम्य में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा धार, झाबुआ, खण्डवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी एवं अलीराजपुर जिले के कलेक्टर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
भवन के लिये देखें उपयुक्त भूमि
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने निर्देश दिये हैं कि सभी कलेक्टर्स स्वयं अथवा उनके अधीनस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, योजनांतर्गत चयनित विद्यालयों का भ्रमण करें।
भ्रमण के दौरान वर्तमान भवन एवं विद्यालय परिसर में उपलब्ध अन्य भवन तथा रिक्त भूमि को भी देखें तथा उस पर प्राचार्य, सहायक आयुक्त, विद्यालय के लिये चयनित आर्किटेक्ट के साथ समीक्षा कर विद्यालय के प्रस्तुतीकरण को देखें एवं उसमें अपने सुझाव दें।
यदि किसी विद्यालय में भूमि की कमी है तो आसपास की भूमि जो अब तक सहायक आयुक्त द्वारा प्रथमत: चयनित की जा चुकी है, को आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को आवंटित करते हुये सीमांकन करायें।
खेलकूद गतिविधियों के लिये भी हो जगह
विद्यालय परिसर में पूर्व से निर्मित भवनों को यदि ध्वस्त किया जाना है, तो स्थानीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से प्रस्ताव प्राप्त कर कलेक्टर के अधिकार की सीमा तक वे स्वयं कार्यवाही करें।
यदि ध्वस्त भवन की सीमा कलेक्टर के अधिकार से अधिक है तो उच्च अधिकारी को भेजते हुये आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को अवगत करायें।
सी.एम. राईज़ का संचालन के.जी.-1 से 12वीं तक किया जाना है तो प्राचार्य/सहायक आयुक्त के प्रस्ताव पर देखें कि वर्तमान विद्यालय में किस विद्यालय को शामिल किया जा रहा है, उसकी दर्ज संख्या, मानव संसाधन एवं अधोसंरचना के प्रस्ताव का भी अवलोकन करते हुये सुझाव दें।
सी.एम. राईज़ के मापदण्डों के अनुसार चयनित विद्यालय के आसपास 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाली समस्त शालाओं प्रायवेट सहित का भी निरीक्षण करायें तथा प्रस्तुतीकरण में इन्हें भी शामिल करें।
विद्यालय को सी.एम. राईज़ में ले जाने के लिये उसकी दर्ज संख्या के मान से मॉडल का चयन अत्यंत ही गंभीर विषय है, अत: सारे पहलुओं पर विचार करते हुए मॉडल तय करें तथा तदानुसार ही प्लान तैयार करायें।
मॉडल अनुसार विद्यालय परिसर का प्लान जिसमें शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलकूद गतिविधि, अप्रोच रोड, पानी, साईट डेव्हलपमेंट वर्तमान उपलब्ध छात्रावास/भविष्य में आवश्यक छात्रावास की प्लानिंग, विद्यालय परिसर में प्राचार्य, शिक्षक क्वार्टर आदि की प्लानिंग भी सुनिश्चित हो।
विद्यालय परिसर या आवंटित भूमि में कोई अतिक्रमण हो तो उसे प्राथमिकता से हटवाना सुनिश्चित करें। इन विद्यालयों में 15 किलोमीटर के दायरे में आने वाले विद्यार्थियों को परिवहन सुविधा दी जाना है, अतः: उक्त विषय पर प्रॉपर प्लान प्रस्तावित करें।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में मुख्यालय स्तर पर प्रत्येक विद्यालय का प्रस्तुतीकरण प्राचार्य, सहायक आयुक्त एवं आर्किटेक्ट द्वारा किया जा रहा है जिसमें सभी कलेक्टर भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ेंगे।
उक्त प्रस्तुतीकरण के पूर्व सभी कलेक्टर्स जिला स्तर पर उक्त प्रस्तुतीकरण को देखें तथा अपने सुझाव क्षेत्रीय परिस्थिति के अनुसार शामिल करें।
आर्किटेक्ट को अपने प्लान एवं डिजाइन ड्राइंग में स्थानीय परिप्रेक्ष्य हेतु अपने जिलों के स्थानीय आदिवासी कलाओं को भी शामिल करें।
अतः उक्तानुसार सी.एम. राईज़ विद्यालय के लिये जिला स्तर पर अधोसंरचना, मानव संसाधन, अन्य सुविधाओं आदि का प्रॉपर प्लान तैयार कराते हुए टीम को निर्धारित तिथि पर उपस्थिति सुनिश्चित करें।