एक तरफ हनुमान भक्त होने का प्रचार करते हैं और दूसरी ओर रोजा इफ्तार में दंगे-फसाद की बात करते हैं
MP News in Hindi। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ द्वारा बुधवार को रोजा इफ्तार के एक कार्यक्रम में देश में हो रहे दंगों को लेकर दिए गए बयान पर भाजपा के नेता भड़क उठे हैं। सीएम शिवराज ने कमल नाथ के बयान को तुष्टीकरण की राजनीति बताते हुए निंदनीय करार दिया।
गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने नियमित पौधारोपण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा के दौरान इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमल नाथ के बयान से उनकी कुटिलता जाहिर होती है। एक तरफ वह हनुमान भक्त होने का प्रचार करते हैं और दूसरी ओर रोजा इफ्तार में जाकर दंगे-फसाद की बात करते हैं। यह स्तरहीन और घटिया राजनीति है- डर दिखाओ और वोट पाओ।
शिवराज यहीं नहीं रुके, उन्होंने कमल नाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। यहां पर कहां दंगे हो रहे हैं। ये कुटिलता है, तुष्टीकरण है, जो करके कमल नाथ वोट हासिल करना चाह रहे हैं। मैं उनके इस बयान की निंदा करता हूं।
भय का वातावरण बनाना कांग्रेस की परंपरा – नरोत्तम
कमल नाथ के बयान पर प्रदेश के गृहमंत्री व भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने भी पलटवार किया है। नरोत्तम ने कहा कि कमल नाथ जी, रोजेदारों के बीच बैठकर राजनीति करना ठीक नहीं। भय का वातावरण बनाना, भाईचारे के खिलाफ विष वमन करना कांग्रेस की परंपरा रही है! जनता कांग्रेस की दोमुंही नीति को समझती है। एक तरफ कमल नाथ हनुमान जयंती कार्यक्रम करा रहे हैं, दूसरी ओर रोजा इफ्तार में जा रहे हैं।
यह कहा था कमल नाथ ने
गौरतलब है कि बुधवार को अपने गृहनगर छिंदवाड़ा प्रवास के दौरान कमल नाथ ईद मिलादुन्नबी मैदान में रोजा इफ्तार के कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद लोगों से भाजपा का नाम लिए बगैर कहा था कि पूरे देश का माहौल आप लोग देख रहे हैं। देशभर में दंगा-फसाद हो रहे हैं। ये लोग देश को बर्बाद करके छोड़ेंगे।