अरविंद सिंह लोधी
दमोह/हटा। हटा नगर में शनिवार शाम उस समय माहौल गर्मा गया, जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 5 दिन की जेल से रिहा होकर लौटे युवक देवकीनंदन पटेल का जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने शहर में रैली निकाली और हटा विधायक उमा देवी खटीक के खिलाफ नारेबाजी की।
विवाद की शुरुआत ऐसे हुई
23 सितंबर को कुम्हारी थाने में मुहास गांव निवासी देवकीनंदन पटेल के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था। उन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने विधायक उमा देवी खटीक से जुड़ा आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया। मामले को गंभीर मानते हुए पटेरा तहसीलदार उमेश तिवारी ने पटेल को धारा 151 के तहत जेल भेज दिया था। वे 5 दिन जेल में रहने के बाद शनिवार को बाहर आए।
“मैंने खराब सड़कें दिखाईं, राजनीति ने केस बना दिया”
रिहाई के बाद पटेल ने कहा कि उन्होंने केवल क्षेत्र की जर्जर सड़कों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। चील घाट, पड़री, घुघरी और मगरा गांव की सड़कें लंबे समय से बदहाल हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया।
मैंने कभी विधायक को अपमानित करने वाली बात नहीं की। किसी ने वीडियो से छेड़छाड़ कर उसे गलत रूप दिया। मैं तो सिर्फ जनता को जगाने की कोशिश कर रहा था। – देवकीनंदन पटेल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा, तहसीलदार पर निशाना
पटेल की रिहाई के बाद कांग्रेसियों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारे लगाए और तहसीलदार उमेश तिवारी पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन कार्रवाई नहीं करता, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि पटेल के खिलाफ झूठा केस बनाकर लोकतांत्रिक आवाज दबाने की कोशिश की गई।
प्रशासन ने संभाली स्थिति
विरोध बढ़ने पर हटा एसडीएम राकेश मरकाम और टीआई धर्मेंद्र उपाध्याय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने प्रदर्शनकारियों से चर्चा कर बताया कि पटेरा तहसीलदार उमेश तिवारी को हटा तहसील कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। आगे की जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम के आश्वासन के बाद कांग्रेसियों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।