अमर्यादित बयान से शिवराज को ललकारा
भोपाल। शिवराज सिंह पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं। छोटे-छोटे अधिकारियों को सस्पेंड कर रहे हैं। यह चौथी घटना है। मुख्यमंत्री मैं हाथ जोड़कर कह रहा हूं अगर आप मर्द के बच्चे हो तो कलेक्टर एसपी को सस्पेंड करो।
भोपाल। शिवराज सिंह पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं। छोटे-छोटे अधिकारियों को सस्पेंड कर रहे हैं। यह चौथी घटना है। मुख्यमंत्री मैं हाथ जोड़कर कह रहा हूं अगर आप मर्द के बच्चे हो तो कलेक्टर एसपी को सस्पेंड करो।
बोलते हो ना कि मैं किसान की औलाद हूं ऐसा है तो आज किसान की सुरक्षा कर। यह विवादित बयान बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने दिया है।
अब उनके इस विवादित बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया में जमकर प्रसारित हो रहा है। इस वीडियो में विधायक काकोड़िया का विवादित बयान यही नहीं रुक रहा है।
अर्जुन सिंह काकोड़िया पेंच टाइगर रिजर्व के बफर जोन के धोबी सर्रा सर्किल के गोडेगांव गए थे। यहां उन्होंने बाघ के हमले से जान गंवाने वाले ग्रामीण के परिजनों से मुलाकात की। इसी दौरान अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज को लेकर यह विवादित बयान दिया।
शिवराज सिंह पूरे जिले में घूम रहे हैं। छोटे-छोटे अधिकारियों को सस्पेंड कर रहे हैं। यह चौथी घटना है। माननीय मुख्यमंत्री जी, मैं हाथ जोड़कर कह रहा हूं, अगर आप मर्द के बच्चे हो तो कलेक्टर, एसपी और सीसीएफ को सस्पेंड करो।
बोलते हो ना कि मैं किसान की औलाद हूं, ऐसा है तो आज किसान की सुरक्षा कर…। यहां पर 24 घंटे लाइट चाहिए, दिन और रात में भी लाइट चाहिए। यह नौटंकी करने की जरूरत नहीं है।
छोटों को सस्पेंड करने की जरूरत नहीं है। हमको अब जड़ पर वार करना पड़ेगा। यह छोटे-छोटे कर्मचारियों से हमको कोई मतलब नहीं। असली हरामखोरों के चेहरों को देखो जरा।
मुझसे जो बन पढ़ रहा है कर रहा हूं, जो जनता कहेगी में उनके साथ हूं। विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने वन विभाग के अफसरों के लिए अपशब्द भी कहे।
विधायक ने दी सफाई
विवादित बयान का वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद जब विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया से बात की गई तो उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए सफाई दी।
उन्होंने कहा जो काम नहीं करता है हराम की तनखा लेता है उसे ही तो हम हरामखोर कहते हैं। गांव में अब भी बाघ घूम रहा है। चार लोगों को बाघ मार चुका है फिर भी विभाग के अधिकारी उसे नहीं पकड़ पा रहे हैं। कलेक्टर फोन तक नहीं उठाता है। ऐसे अधिकारियों के बारे में क्या कहा जाए।