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जिला बदर की कार्रवाई से एकजुट हुई कांग्रेस
राजू भदौरिया क्षेत्र क्रमांक 2 के बड़े नेता के रूप में उभरे
देवेन्द्र मालवीय
Indore News. इंदौर में मंगलवार को कांग्रेस का जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन हुआ जिसमे इंदौर के सभी कांग्रेसी नेताओं के साथ दिग्विजय सिंह साथ रहे। दरअसल, कांग्रेस नेताओं पर लगातार दर्ज हो रहे केस और राजू भदौरिया पर जिला बदर की कार्रवाई के विरोध में यह प्रदर्शन हुआ। जिसमे सुखलिया चौराहा से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में रथ रैली निकाली गई। लंबे समय बाद हजारों की संख्या में कांग्रेस एकजुट हुई और भाजपा सरकार व नौकरशाही को जमकर कोसा।
भाजपा का गढ़ माने जाने वाले विधानसभा 2 के सुखलिया क्षेत्र से यह रैली शुरू हुई और करीब 6-7 हजार लोग एकत्रित हुए। इस दौरान करणी सेना ने विधायक रमेश मेंदोला विरोधी नारे लगाए और कहा कि तानाशाही नहीं चलेगी। कई नेता अपने समर्थकों को बसों में भरकर लाये इस दौरान जिलाबदर किए गए कांग्रेस नेता राजू भदौरिया के समर्थक मौके पर पहुंचे जिससे जाम की स्थिति बन गई। भीड़ को काबू में करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया। रैली करीब दो घंटे बाद कमिश्नर ऑफिस पहुंची जहाँ कमिश्नर डॉ. पवन कुमार शर्मा को ज्ञापन दिया। रैली निकालने से शहर में हुए ट्रैफिक जाम व अनुमति का उल्लंघन करने के मामले में अब केस दर्ज करने की तैयारी है।
रैली में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू, अश्विन जोशी, रिष्ठ नेता कृपाशंकर शुक्ला, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, विलास विभांडिक, चिंटू चौकसे, देवेंद्र सिंह यादव सहित कई नेता शामिल हुए। सुखलिया से शुरू हुई रैली करीब पौन किमी लंबी थी। इसमें कई मेटाडोर, बसें, जिप्सी, कारें व पहिया वाहनों पर सवार कांग्रेस नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। इस दौरान 6 थानों का पुलिस बल था रैली सुखलिया से मारुति नगर, कारस देव नगर, तीन पुलिया, पाटनीपुरा, मालवा मिल, राजकुमार ब्रिज, श्रम शिविर, न्यू सियागंज, शास्त्री मार्ग होते हुए कमिश्नर ऑफिस पहुंची और कमिश्नर को ज्ञापन दिया। इस दौरान भारी पुलिस बल था लेकिन जमकर धक्का-मुक्की हुई। यहां दिग्विजय सिंह व सज्जन सिंह वर्मा ने कांग्रेसियों पर झूठे केस दर्ज करने को खत्म करने की अपील की और कहा कि कांग्रेस ऐसी तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेगी।
दो नंबर क्षेत्र से रैली निकालने के मायने
राजनीतिक गलियारों में इस रैली को दो नंबर क्षेत्र से निकालने के कई मायने निकाले जा रहे हैं,वर्तमान में कांग्रेस के पास विधानसभा 2 मे कोई बड़ा नेता नहीं है, जो बीजेपी के कद्दावर विधायक रमेश मेंदोला के सामने चुनाव लड़ सके राजू भदोरिया, चिंटू चौकसे की टीम को मजबूत करना इस रैली का उद्देश्य हो सकता है, बता दें कि चिंटू चौकसे दिग्विजय सिंह गुट से राजनीति करते हैं और पार्षद रह चुके है इनकी पत्नी भी पार्षद रह चुकी है वही राजू भदौरिया भी गौरी नगर क्षेत्र से पार्षद का चुनाव लड़ चुके है |
राजनीतिक गलियारों में इस रैली को दो नंबर क्षेत्र से निकालने के कई मायने निकाले जा रहे हैं,वर्तमान में कांग्रेस के पास विधानसभा 2 मे कोई बड़ा नेता नहीं है, जो बीजेपी के कद्दावर विधायक रमेश मेंदोला के सामने चुनाव लड़ सके राजू भदोरिया, चिंटू चौकसे की टीम को मजबूत करना इस रैली का उद्देश्य हो सकता है, बता दें कि चिंटू चौकसे दिग्विजय सिंह गुट से राजनीति करते हैं और पार्षद रह चुके है इनकी पत्नी भी पार्षद रह चुकी है वही राजू भदौरिया भी गौरी नगर क्षेत्र से पार्षद का चुनाव लड़ चुके है |
मोहन सेंगर का बीजेपी में जाना
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर मोहन सेंगर चुनाव लड़े थे जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने से खुद भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं, इस स्थिति में कांग्रेस के लिए 2 नंबर में राजू भदौरिया चिंटू चोकसे विकल्प के रूप में मौजूद है |