Indore Crime News. जीएनटी मार्केट के व्यापारी ने जूनी इंदौर थाने में डेढ़ लाख रुपए के माल की धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। व्यापारी सौभाग्यमल पावेचा ने बताया कि 16 नवंबर को जब वे दुकान में बैठे थे, तभी अजीत नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने कहा- मुझे 50 किलो फेविकोल मरीन के डिब्बे चाहिए।
रेट बताने के बाद थोड़ी देर बाद फिर कॉल आया कि क्या आप मोबाइल पर कोटेशन भेज सकते हैं। कोटेशन भेजने के बाद उसने कहा कि एक लड़का गाड़ी लेकर भेज रहा हूं, उसे माल दे दीजिए। कुछ देर बाद मोहसिन खान नाम का युवक लोडिंग रिक्शा (एमपी 09 एलआर 5852) लेकर आया।
अजीत का नाम बताकर दुकान से गाड़ी में 50 किलो फेविकोल के 12 ड्रम रखवा लिए। उसके भेजे ड्राइवर ने चेक दिया। उसमें भेजे गए कोटेशन की राशि का ही अमाउंट भरा था।
इसलिए उसे माल दे दिया। व्यापारी ने बताया कि माल को लेकर रिक्शा चालक से पूछा कहां जा रहे हो तो उसने ओमेक्स सिटी बताया।
बैंक ने बोगस चेक बताकर लौटा दिया
व्यापारी ने बताया कि चेक लगाने पर बैंक ने बोगस बताकर लौटा दिया। इसके बाद अजीत को फोन लगाया तो उसने अस्पताल में भर्ती होने की बात कही। बाद में कहने लगा कि मेरा चेक रिटर्न नहीं हो सकता।
उसका फोटो भेजें। उसे फोटो भेजा तो दो दिन बाद उसने अपने नंबर बंद कर दिए। बाद में बैंक से चेक नंबर के आधार पर अकाउंट की जानकारी निकाली तो पता चला कि कई दिनों से खाता बंद है।
राऊ से माल दूसरी गाड़ी में लादा और ले गए
व्यापारी के बेटे मयंक ने रिक्शा चालक को ढूंढा तो उसने बताया कि उसे एक व्यक्ति ने दुकान से माल लाकर ओमेक्स सिटी भेजने के लिए कहा था, लेकिन राऊ गोल चौराहे पर गाड़ी खराब हो गई।
इस पर दूसरी गाड़ी से कुछ लोग आए। मुझे पेमेंट किया और गाड़ी से माल लेकर दूसरी गाड़ी में लोड किया और चले गए। जूनी इंदौर सीएसपी दिशेष अग्रवाल मामले की जांच कर रहे हैं। रिक्शा चालक भी पुलिस की आशंका के दायरे में है।
अलर्ट करने के लिए ग्रुप पर मैसेज डाला तो ठगी के शिकार और भी व्यापारी सामने आए
मयंक के मुताबिक, प्लायवुड कारोबारी व्यापारी संघ के ग्रुप पर व्यापारियों को अलर्ट करने के लिए धोखाधड़ी के नए ट्रेंड को लेकर मैसेज डाले तो पता चला कि जीएनटी के तीन और व्यापारी से भी ऐसी ही धोखाधड़ी हुई है।
इनमें से एक व्यापारी ने बताया कि उसे ऑनलाइन मैसेज कर माल का कोटेशन मंगवाया। फिर माल लेकर एक स्थान पर डिलीवरी के लिए बुलाया।
वहां माल भेजा तो बदमाश ने माल लेने के साथ उनके कर्मचारी को दूसरी दुकान से पेमेंट उठाने को कहा। इस बीच वे माल ले गए। सियागंज के दो व्यापारियों से भी इसी तरह धोखाधड़ी की गई है।