इंदौर में लगातार दूसरे दिन तेल को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई। बताते हैं कि इंदौर के कई इलाकों में नकली तेल का कारोबार चल रहा है। यह तेल अन्य देश से भी इंदौर आ रहा है। इन्हीं सब बातों को लेकर जिला प्रशासन और खाद्य विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। बताते है कि इंदौर में सियागंज, देवास नाका, बाणगंगा, पालदा आदि इलाकों में नकली तेल बनाने का गोरखधंधा चल रहा है, यहां लोग ब्रांडेड तेल के रैपर भी बनाते है जिससे आम जनता धोखे का शिकार हो जाती है।
गौरतलब है कि खाद्य विभाग के अफसरों ने शनिवार को देवास नाका स्थित वीएचडी डिस्ट्रीब्यूटर्स से सैम्पल लेने की कार्रवाई की थी। टीम ने वहां निरीक्षण किया था तो उन्हें मौके पर नेपाल से इंपोर्ट किया गया खाद्य तेल मिला। इसके साथ ही विभिन्न ब्रांडों के नाम से खाद्य तेल और घी भी मिला था। टीम ने अलग-अलग ब्रांड के 15 सैंपल टेस्टिंग के लिए लैब भेजें हैं। इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी । वैसे यहां पर टीम को फूड सेफ्टी एण्ड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया का लाइसेंस मिला।
खाद्य विभाग की टीम ने कंपनी के कर्ताधर्ताओं से पूछताछ की है। इसके साथ ही तेल के 16 ब्रांडों के सैंपल लिए हैं। ये बांड राजहंस सोयाबीन ऑयल, अमृत सोयाबीन ऑयल, सिद्ध बाबा सोयाबीन ऑयल, अमृत सोयाबीन ऑयल, राजहंस सोयाबीन आयल पैक टू लूज, अमृत सोयाबीन ऑयल पैक टू लूस, कमानी पाम कर्नेल ऑयल पैक टू लूस, कमानी फूडलाइट पाम सुपरोलीन ऑयलपैक टू लूज, तिरुपति ग्राउण्डनट ऑयल पाउच पैक, नीलकमल सनफ्लावर ऑयल, सनफ्लावर ब्रांड वनस्पति, तिरुपति ग्राउंडनट ऑयल, तिरुपति कपासिया तेल व जैमिनी वनस्पति हैं। ये ब्रांड आधा लीटर से लेकर 15 लीटर तक में उपलब्ध थे। इस तरह कुल 16 सैंपल टेस्ट लेकर 7200 लीटर सोयाबीन ऑयल जब्त किया गया है। इसकी कीमत 9.50 लाख रुपए बताई जा रही है। एक दिन पहले भी खाद्य विभाग ने पालदा स्थित महेंद्र ब्रदर्स पर कार्रवाई की थी। यहां से 11 सैंपल कलेक्ट किए गए थे। टीम को जांच में मिला था कि अलग-अलग कंपनियों के ब्रांड के नाम पर नेपाल से मंगाया गया सोयाबीन का तेल भरा गया है। वहां से जब्त किए गए तेल की कीमत 10 लाख रुपए बताई गई थी।