एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि बांग्लादेशी मानव तस्करी मामले में मुनीर उर्फ मुनीरउल को गिरफ्तार किया है। वह सूरत और मुंबई से लड़कियां लाकर सप्लाई करता था। मुनीर की एसआईटी 11 माह से तलाश कर रही थी। उस पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था। टीआई तहजीब काजी और उनकी टीम ने एक साल पहले लसूड़िया और विजय नगर में संयुक्त ऑपरेशन चलाकर 15 लड़कियां बरामद की थीं। मामले में सागर उर्फ सैंडो, आफरीन आमरीन व अन्य लोग आरोपी बनाए गए थे। तब मुनीर खबर लगने पर पुलिस के पहुंचने के पहले फरार हो गया था। आरोपित ने बाणगंगा शेल्टर होम से फरार युवतियों को भी दलालों को बेचना स्वीकार लिया है। जिन युवतियों को बेचा उन्हें दलालों ने देह व्यापार के लिए मुंबई भेज दिया। पुलिस मुनीर से दलालों के संबंध में पूछताछ कर रही है।
आरोपी बांग्लादेशी युवतियों की खरीद फरोख्त करता था मोहित गेस्ट हाउस से मुक्त करवाई युवतियों के शेल्टर होम पहुंचने की खबर मिली तो उसने संपर्क किया और फरार करवा दिया। मुनीर ने तीन युवतियों को दलालों को बेच दिया। हालांकि पूछताछ में बताया उसने जिन युवतियों को बेचा उनकी शादी करवाई है। शादी के बाद दलाल उन्हें देहव्यापार में धकेल देते हैं। दो युवतियों को मुंबई के दलाल लेकर गए हैं। पुलिस युवतियों की तलाश में जुटी हुई है।