इंदौर। तेंदुए की खाल बेचने वाले तस्कर गिरोह के सदस्यों के मोबाइल खंगालने पर एसटीएसएफ को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। अब इसके आधार पर जांच को नई दिशा मिल गई है।
वाट्सएप पर तस्करों की जानवरों के अंगों का सौदा और कीमत तय करने संबंधित चैटिंग है। अन्य राज्यों के तस्करों से भी इन आरोपितों के तार जुड़े हैं।
फिलहाल उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उधर सर्च टीम ने तेंदुए का दांत और गोली के दो खोल बरामद किए हैं।
वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी), स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एसटीएसएफ) और स्पेेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 30 अक्टूबर को तेंदुए की खाल-नाखून सहित छह तस्करों को गिरफ्तार किया था।
आरोपितों के पास से पांच स्मार्ट फोन और एक फीचर फोन जब्त किया था। मोबाइल को खंगालने के लिए एक टीम लगी है, जो वाट्सएप चैटिंग पर विशेष ध्यान दे रही है। कई संदिग्ध लोगों से बातचीत में वन्यप्राणियों के अंगों की तस्वीरें भेजी गई हैं।
उनकी कीमत तय करने को लेकर भी काफी चैटिंग मिली हैं। सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों से चैटिंग सामने आई है, वे महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के तस्कर बताए जा रहे हैं। अब इनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
दांत की जांच करवाएंगे
गिरफ्तार तस्कर इंदर और भुरू को एसटीएसएफ ने मंगलवार तक रिमांड पर ले रखा था। पूछताछ में कुछ जानकारी मिलने के बाद टीम अलग-अलग स्थानों पर रवाना हुई है। सोमवार शाम टीम के सदस्यों को तेंदुए का दांत और गोली के खोल मिले हैं।
एसटीएसएफ के अधिकारियों के मुताबिक, दांत को फोरेंसिक लैब में भेजकर जांच करवाई जाएगी, ताकि पता लग सके कि खाल, नाखून और दांत एक ही तेंदुए के हैं या नहीं। सूत्रों के मुताबिक, टीम तस्करों पर अन्य वन्यप्राणियों का शिकार साबित करने में लगी है।
रसूखदारों की तलाश
धार-आलीराजपुर और झाबुआ के जिन रसूखदारों से तस्करों की बातचीत हुई है, अब उनकी तलाश की जा रही है। बताया जाता है कि फिलहाल इन्हें प्रकरण में आरोपित नहीं बनाया गया है। इसे लेकर टीम पर काफी दबाव आ रहा है।