Crime News Indore – इंदौर में किडनैपर ने 4 हजार की शॉपिंग के लिए 7 साल के मासूम को रखा गिरवी, विडियो 

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इंदौर में ऑटो पार्ट्स कारोबारी के 7 साल के बेटे को किडनैप कर किडनैपर ने दुकान से कपड़े खरीदे। 4 हजार के कपड़े खरीदने के बाद दुकानदार से पैसे भूल आने की बात कही। कहा- बच्चे को देखना पैसे लेकर आता हूं। काफी देर तक जब वह नहीं लौटा, तो दुकानदार को शक हुआ। वह बच्चे को लेकर सदर थाने पहुंचा। पता चला कि बच्चा 5 घंटे से लापता था। मामला चंदननगर इलाके का है।

बांक में रहने वाले ऑटो पार्ट्स कारोबारी आरिफ मंसूरी के ससुराल में रविवार को शादी थी। वह पत्नी और बेटे आसिम के साथ चंदननगर आए थे। आसिम बाहर ही खेल रहा था। वह लापता हो गया। चंदननगर थाने पर गुम होने की जानकारी दी। बच्चे के फोटो भी सोशल मीडिया पर जारी किर दिए। 5 घंटे बाद आसिम सदर बाजार थाने में मिला।

कपड़े की दुकान का पता पूछा और कर लिया किडनैप

चाचा सोहेल के मुताबिक, आसिम ने बताया है कि वह बाहर खेल रहा था, तभी किडनैपर ने उससे पूछा कि कपड़े की दुकान कहां है। आसिम ने आगे की गली में दुकान होने की बात कही। उससे दुकान तक छोड़ने के लिए कहा। आसिम उसे दुकान दिखाने ले गया। किडनैपर उसे बातों में उलझाकर सड़क तक ले गया। वहां से मैजिक गाड़ी में बैठाकर सदर बाजार इलाके की कपड़े की दुकान पर ले गया।

4 हजार की शॉपिंग

कपड़ों की दुकान पर किडनैपर ने 4 हजार की शॉपिंग की। पेमेंट देने की बात आई तो दुकानदार से कहा कि वह पर्स भूल गया है। उसने अपने साथ में आसिम को वहीं पर गारंटर के रूप में छोड़ा और कहा कि पैसे लेकर आता हूं, आकर बच्चे को ले जाऊंगा। दुकानदार ने उसकी बातों पर भरोसा कर लिया। बच्चा भी बैठा रहा। दुकानदार ने जब उससे पूछा तो सच सामने आ गया। सदर बाजार पुलिस ने सेट पर बच्चे के बारे में जानकारी जारी की। इधर, आसिम के घरवाले चंदन नगर में शिकायत दे चुके थे। पुलिस ने असीम के परिवारवालों को सदर बाजार थाने पहुंचाया। वहां बच्चा सकुशल मिल गया।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।