Indore News। मानसून के सुस्त होने का असर हर तरफ दिखाई देना लगा है। गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं, वहाँ तालाबों का जलस्तर गिरने लगा है। धीरे-धीरे इंदौर के आसपास के तालाबों में एक से डेढ़ फीट तक पानी कम हो गया है। यशवंत सागर और बिलावली तालाब का वाटर लेवल भी कम हो गया है। छोटी बिलावली और लिंबोदी तालाब में पानी का स्तर धीरे धीरे कम हो रहा है। बड़ा और छोटा सिरपुर तालाब, लिंबोदी और पीपल्या पाला तालाब को भरने के लिए अच्छी बारिश होने का इंतजार है।
पिछले दिनों हुई बारिश के चलते तालाबों में अच्छा खासा पानी आया। पिछले वर्ष बारिश से यशवंत सागर तालाब में जल स्तर ठीक था। साथ ही बड़ा बिलावली अपनी क्षमता से आधा भर गया, लेकिन बारिश न होने से अब इनका जलस्तर गिरने लगा है। कारण दोनों ही तालाबों से पानी सप्लाई होता है। मालूम हो कि पिछले साल भी कम बारिश हुई थी। इस वजह से तालाबों में पानी नहीं आया और खाली रह गए। इस बार भी बारिश न होने से तालाबों के भरने पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं
[expander_maker id=”1″ more=”आगे पढ़े ” less=”Read less”] सिर्फ नर्मदा के पानी पर आसरा
बारिश नहीं होती तो फसलों को नुकसान इंदौर जिले में अब तक करीब 6 इंच के करीब बरसात ही हुई है। इससे सोयाबीन, मक्का दोनों फसलों को नुकसान होने की आशंका है। कृषि विभाग के अधिकारी भी किसानों को जागरूक करने में लगे हैं और गाय गाव दौरे कर सभाएं ले रहे है। कृषि विजाग की माने तो कि किसानों को बताया जा रहा है कि कैसे फसलों को कहना था कि वर्तमान में जो तालाब की स्थिति 0 हो गई है। लेकिन फिर भी पन्य की सहायता से नर्मदा का पानी शहर में सप्लॉय किया जा रहा है, लेकिन यदि इसी तरह मानहून रहा तो तो आने वाले दिनों में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
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