लॉकडाउन के कारण उपभोक्ताओं के सामने आर्थिक संकट, फिर भी कंपनी वसूली में लगी, 500 से 1000 रुपए बकाया बिल पर भी काट रहे बिजली कनेक्शन

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इंदौर । इन दिनों पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लगातार बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में अभी सबसे अधिक विरोध इस बात को लेकर हो रहा है कि लगातार राजस्व वसूली को लेकर मात्र 500 से 1000 रुपए बिजली का बकाया बिल होने पर भी कनेक्शन तुरंत विच्छेद किए जा रहे हैं।

बताया जाता है कि इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि अब बिजली के बिलों में छूट आम जनता को राहत देने की योजना बरकरार है जिसमें लगभग 150 से 175 यूनिट बिजली पर न्यूनतम  400 या 500 रुपए तक ही रहते हैं। वही 100 यूनिट पर 100 रुपए बिजली का बिल रखा गया है लेकिन अभी जिस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है उसके अनुसार 500 या 1000 रुपए बिजली बिल बकाया होने पर भी बिजली कनेक्शन विच्छेद किए जा रहे हैं जिसके चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों शहरी क्षेत्र के बाईपास के समीप मल्टी में इसी तरह की कार्रवाई हुई थी तो दूसरी ओर शहर के मध्य बाजार में भी इस तरह की कार्रवाई लगातार की जा रही है । शहर में उपभोक्ताओं से वसूली के लिए बिजली कनेक्शन विच्छेद किए जा रहे हैं और कनेक्शन जोड़ने पर 200 से 300 रुपए अतिरिक्त चार्ज किया जा रहा है। वैसे देखा जाए तो यह भी कहा गया था कि कोरोना महामारी के चलते राहत मिलेगी लेकिन ऐसी राहत उपभोक्ताओं को नहीं मिल रही है।

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वहीं बेहद कम राशि बकाया होने पर बिजली के कनेक्शन विच्छेद करने से नाराजगी उपभोक्ताओं के बढ़ रही है । इसके साथ ही सबसे बड़ी बात यह भी सामने आ रही है कि मात्र 1 महीने का बिल बकाया होने पर ही कार्रवाई हो रही है जबकि पहले 2 से 3 महीने के बकाया बिलों में कार्रवाई होती थी परंतु मात्र 1 महीने के बिजली बिल बकाया होने पर कार्रवाई से लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। इस मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की गई तो इसमें कहा जा रहा है कि जैसे निर्देश मिलते हैं उसी अनुसार कार्रवाई की जा रही है। अब राजस्व वसूली को लेकर बिजली कंपनी द्वारा भी लगातार कार्रवाई हो रही है।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।