Education News – दसवीं-बारहवीं बोर्ड की ऑफलाइन परीक्षाएं रद्द करने की याचिका पर सुनवाई की मंजूरी – सुप्रीम कोर्ट

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ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की याचिका 15 से अधिक राज्यों की ओर से दायर की गई है। छात्र बोर्ड परीक्षाओं में वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति की मांग कर रहे हैं।
Education News. सुप्रीम कोर्ट ने  सीबीएसई, आईसीएसई समेत सभी बोर्ड की ऑफलाइन परीक्षाओं को रद्द करने की याचिका पर सुनवाई को मंजूरी दे दी है। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने याचिका को स्वीकार किया और बताया कि मामले की सुनवाई जस्टिस एएम खानविलकर की पीठ करेगी। कोर्ट आज सोमवार को ही इस मामले की सुनवाई करेगा।

वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति की मांग कर रहे छात्र

ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की याचिका 15 से अधिक राज्यों की ओर से दायर की गई है। छात्र बोर्ड परीक्षाओं में वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति की मांग कर रहे हैं। इसके पीछे उन्होंने कोरोना महामारी के प्रकोप का हवाला दिया है। बीते साल महामारी को देखते हुए विभिन्न बोर्ड ने परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था। छात्रों को आंतरिक परीक्षा और बोर्ड द्वारा तैयार किए गए मानक के अनुसार अंक प्रदान किए गए थे।

परीक्षा की तारीखें आ रही सामने

हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने आधिकारिक नोटिस जारी करते हुए बताया है कि कक्षा दसवीं और बारहवीं की टर्म-2 बोर्ड परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू की जाएंगी। इसके अलावा  CISCE की ओर से भी आईसीएसई कक्षा दसवीं और आईएससी कक्षा बारहवीं की परीक्षाओं का आयोजन अप्रैल के आखिर में शुरू होने की संभावना है। कोरोना के प्रकोप के कम होते ही विभिन्न राज्यों ने अपने यहां स्कूलों को खोल दिया है और परीक्षाओं की तैयारियां शुरू कर दी है।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।