माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हो रही हैं। इस बार परीक्षा आसान रहेगी। 70 प्रतिशत सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 40 रहेगी।
Education News. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कक्षा दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। 17 फरवरी से 12वीं और 18 फरवरी से 10वीं की परीक्षा शुरू होगी।
इस बार परीक्षा थोड़ी आसान रहने वाली है क्योंकि सिलेबस में कटौती की गई है। 70 प्रतिशत सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या भी पहले से अधिक रहेगी।
इंदौर जिले में एमपी बोर्ड स्कूलों के 10वीं और 12वीं कक्षा के 79 हजार 838 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इनमें नियमित और स्वाध्यायी विद्यार्थी शामिल हैं।
10वीं में 36 हजार 754 नियमित और 7 हजार 033 स्वाध्यायी विद्यार्थी परीक्षा देंगे, जबकि 12वीं में 29 हजार 352 नियमित और 6 हजार 699 स्वाध्यायी विद्यार्थी परीक्षा देंगे। इस बार सिलेबस में 30% तक कटौती की गई है। वस्तुनिष्ठ प्रश्न 25 की जगह 40 नंबर के होंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि नए पैटर्न से उन विद्यार्थियों को भी लाभ होगा, जिन्होंने कम पढ़ाई की होगी। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भी पिछले दिनों प्रश्न पत्र आसान बनाने की बात कही थी।
अधिकारियों का कहना है कि इस बार प्रश्न-पत्र अपेक्षाकृत आसान रहेंगे। विभाग पहले ही सिलेबस में 30 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। 70 प्रतिशत सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 40 प्रतिशत सामान्य प्रश्न पूछे जाते हैं जो आसान होते हैं।
30 प्रतिशत मीडियम स्तर के प्रश्न होते हैं, जिसे कम पढ़ाई वाले भी हल कर सकते हैं। बाकी 30 प्रतिशत प्रश्न विश्लेषण आधारित होते हैं। इनके लिए गहन अध्ययन की जरूरत होती है।
इस बार आसान और मीडियम स्तर के प्रश्न अधिक रहेंगे। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन के अनुसार वस्तुनिष्ठ प्रश्न पहले 25 नंबर के होते थे, अब 40 नंबर के होंगे। प्रश्न-पत्र 80 नंबर का होगा।
146 परीक्षा केंद्र, नकल रोकने के लिए आठ उड़नदस्ते
बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी अंतिम चरणों में है। शहर के मालव कन्या हायर सेकंडरी स्कूल से इंदौर जिले के 146 परीक्षा केंद्रों को परीक्षा सामग्री बांटना शुरू किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से इन केंद्रों के प्रश्न-पत्र संबंधित थाने के स्ट्रांग रूम में रखवा दिए गए हैं।
परीक्षा केंद्रों पर केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष के अलावा हर 20 परीक्षार्थियों पर एक पर्यवेक्षक निगरानी रखेंगे। उड़नदस्ते भी सक्रिय रहेंगे। इंदौर के 146 केंद्रों पर परीक्षा होगी।
नकल रोकने के लिए 8 उड़नदस्ते रहेंगे। इनमें 4 विकासखंड अधिकारियों के होंगे और 4 जिला स्तर के रहेंगे। नकल करते पाए जाने पर केस बनाकर भोपाल भेजा जाएगा। जिले में 24 परीक्षा केंद्र संवेदनशील हैं। इसके लिए पुलिस की मदद भी ली जाएगी।