Education News: इन दिनों शिक्षा विभाग में विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ साथ खास तौर पर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। हालांकि कोरोनावायरस की सक्रियता कम हुई है, लेकिन कोविड-19 की गाइडलाइन पालन के बीच अब विद्यार्थियों की उपस्थिति पर जहां ज्यादा जोर दिया जा रहा है, वहीं उन्हें होमवर्क देने फेयर कॉपी अपडेट करने, टेस्ट लेने जैसी बातों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
विदित रहे कि कोरोनावायरस की सक्रियता का असर तीसरे साल भी बना हुआ है। इसके संक्रमण के कारण शैक्षणिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई है। पहले 2 साल तो स्कूलों का पूरी तरह से संचालन नहीं हुआ, बल्कि विद्यार्थियों की पहले साल लिबरल मूल्यांकन का लाभ जहाँ शासन को देना पड़ा, तो दूसरे साल की स्थिति ज्यादा खराब होने पर जनरल प्रमोशन देना पड़ा। अब तीसरे साल भी हालात बिल्कुल ठीक नहीं है। इस साल 26 जुलाई को जैसे तैसे स्कूल तो आरंभ कर दिए गए, लेकिन छात्र छात्राओं की उपस्थिति अभी भी निर्धारित से भी कम बनी हुई है। हालांकि सभी प्राचार्य और विषय विशेषज्ञों को खासतौर पर 10वीं 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं की चिंता अभी से होने लगी है। इधर तीसरे वेरिएंट की लहर की भी चर्चाएं है। इन सबके बीच शिक्षा विभाग की और से सभी प्राचार्य को अंडरस्टूड आदेश दिया गया है कि वह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही स्थिति में मैनुअली बोर्ड परीक्षा की परीक्षार्थियों को तैयारी करवाएं। उन्हें संबंधित विषय का होमवर्क दें। उनकी फेयर कापी अपडेट करवायें। साथ ही साथ टेस्ट लेकर उन्हें मानसिक रूप से परीक्षा के लिए तैयार करके उनकी स्थिति मजबूत करें। बताया जाता है कि इसके अलावा सभी को ताकीद किया गया है कि कम से कम 65 प्रतिशत उपस्थिति हर हाल में छात्र-छात्राओं की स्कूल में करवाएं। इसके लिए उन्हें फोन भी करें। अभिभावकों को भी सूचना और मार्गदर्शन दे, ताकि भविष्य में हाई स्कूल, हाई सेकेंडरी बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहतर निकल सके।