इस नई योजना को लेकर भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कॉलेज का नया सत्र दो महीने में शुरू होने वाला है।
Education News. मध्यप्रदेश सरकार आगामी सत्र से भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी माध्यम में शुरू कराएगी। राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को इस बात की सूचना दी है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश एमबीबीएस की हिंदी में पढ़ाई कराने वाला पहला राज्य बनेगा।
दो महीने में शुरू होगा नया सत्र
इस नई योजना को लेकर भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कॉलेज का नया सत्र दो महीने में शुरू होने वाला है।
चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉक्टर जितेन शुक्ला के नेतृत्व में 14 सदस्यों की एक समिति गठित कर दी गई है। यह समिति हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई को लेकर कार्य योजना तैयार करेगी।
मंत्री सारंग ने बताया कि 26 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमबीबीएस और अन्य मेडिकल पाठ्यक्रमों को हिंदी में पढ़ाने की घोषणा की थी। विभाग ने यह फैसला इसी के मद्देनजर लिया है।
राज्य के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मंत्री ने पहले साल के एमबीबीएस छात्रों के लिए हिंदी में किताबों की व्यवस्था के लिए विशेषज्ञों के साथ चर्चा की थी। इस बैठक में अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय और गांधी मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारी शामिल थे। पाठ्यक्रम में लेक्चर भी हिंदी भाषा में ही दिए जाएंगे।
3 समितियों का गठन
इस योजना के पहले चरण में पढ़ाई के लिए हिंदी भाषा को चुनने वाले छात्रों को दो महीने हिंदी और दो महीने अंग्रेजी में शिक्षा दी जाएगी।
आगे के कार्य उनके मूल्यांकन के बाद किए जाएंगे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में एनाटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री के किताबों की व्यवस्था की जाएगी। इस कार्य योजना को पूरा करने के लिए कुल 3 समिति का गठन किया गया है।