Education News – अब विश्वविद्यालयों को नहीं दी जाएगी तकनीकी कोर्स संचालित करने की आंशिक मंजूरी : एआईसीटीई

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने विश्वविद्यालयों को तकनीकी पाठ्यक्रम संचालित करने के संबंध में कोई आंशिक मंजूरी नहीं देने का फैसला किया है।

अधिकारियों ने वीरवार को यह जानकारी दी। एआईसीटीई के सदस्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम संचालित करने वाले सभी संबद्ध संस्थानों को एआईसीटीई से पूर्व अनुमति लेना जरूरी है। हालांकि, ऐसा पाया गया कि कुछ केंद्रीय, राज्य और निजी विश्वविद्यालय कुछ चुनिंदा कोर्स एवं कार्यक्रमों के लिये एआईसीटीई से आंशिक मंजूरी ले रहे हैं जिससे पक्षकारों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा होती है।

विवि. एआईसीटीई द्वारा स्थापित नियमों व मानकों का करें पालन

उन्होंने कहा इसलिये एआईसीटीई ने निर्णय किया है कि विश्वविद्यालयों को तकनीकी कोर्स के संबंध में कोई आंशिक मंजूरी नहीं दी जायेगी ताकि पक्षकारों के बीच भ्रम की स्थिति न हो।

राजीव कुमार ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी थी कि विश्वविद्यालयों को तकनीकी शिक्षा में नये विभाग या कोर्स की शुरूआत करने के लिये पूर्व अनुमति प्राप्त करने की जरूरत नहीं होती है। विश्वविद्यालयों की हालांकि यह जवाबदेही होती है कि वे एआईसीटीई के स्थापित मानकों एवं नियमों का पालन करें।

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।