निगम व पुलिसकर्मियों की अनदेखी या सहमति??
इंदौर. राजबाड़ा पर दुकान लगाने की रंगदारी 20 रुपए से 250 रुपए तक देनी पड़ती हैं। इसे राजबाड़ा क्षेत्र में तैनात निगम व पुलिसकर्मियों की अनदेखी कहे या सहमति, राजबाड़ा के चारों ओर फुटपाथों पर 100 से अधिक दुकान लगती हैं। इन सभी को किसी न किसी रंगदार को फुटपाथ पर सामान रखकर दुकान चलाने के लिए रोज पैसे देने पड़ते हैं।
यही नहीं, नया व्यक्ति रंगदार से मिले बिना कहीं सामान रखकर बेच भी नहीं सकता है। बता दें कि राजबाड़ा चौराहा पर, मुख्य गेट के सामने, गोपाल मंदिर गली, खजुरी बाजार रोड व गुरुद्वारा रोड के फुटपाथों पर लोग सामान रखकर अपना गुजर बसर कर रहे हैं। ऐसे में इन लोगों की निगम व सरकार से मांग है कि उनका दुकानदार के तौर पर पंजीयन कर जगह सुनिश्चित की जाए।
बड़ी पन्नी लगाने पर 250 रुपए लगेंगे
खजुरी बाजार रोड पर कटलरी का सामान रोड पर रखकर बेच रहे एक युवक से बात हुई। युवक ने बताया कि मेरे सामान के पास पड़ी खाली जगह पर किसी का कब्जा है। यहां बड़ी पन्नी बिछाकर सामान बेचने के 250 रुपए संबंधित को देना पड़ेंगे।
नहीं देने पर आप यहां अपना सामान भी नहीं रख सकते हो। युवक ने रिपोर्टर से कहा कि जो भी दुकान लगानी है सामान लेकर कल आना, मैं बात कर जगह दिलवा दूंगा।
चुनाव था तो किसी ने सामान नहीं फेंका
राजबाड़ा क्षेत्र से दुकान लगाने या जगह के लिए रुपए वसूले से जुड़ी कोई शिकायत नहीं आई है, हम तो अवैध तौर पर लगने वाली दुकान हटाने का काम करते है। अगर इस तरह की कोई शिकायत आती है तो मामले को गंभीरता से लेंगे।

 
			 
				 
			 
                                
                             
 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		