लगातार दूसरी बार नारी शक्ति को दी निगम की कमान – तेज-तर्रार महिला अफसर हर्षिका सिंह आज संभालेंगी कमान 

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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार...
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Indore Nagar Nigam News। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने सपनों के शहर इंदौर में निगम कमीश्नर की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी एक बार फिर तेज-तर्रार महिला अफसर को ही सौंपी है, जिसमें मुख्य सचिव की पसंद भी शामिल रही। निगम की नवागत आयुक्त हर्षिका सिंह अबतक मंडला कलेक्टर थी, जो आज इंदौर आकर अपनी नई जिम्मेदारी संभालेगी। उनका कहना है कि स्वच्छता के साथ-साथ स्मार्ट सिटी सहित विकास कार्यों के अलावा तय मापदण्डों पर ही उनका फोकस रहेगा। इंदौर चूंकि प्रदेश का सबसे बड़ा और प्रमुख शहर भी है।
नगर निगम में पहली मर्तबा तीन साल पहले प्रतिभा पाल को कमीश्नर बनाकर भेजा था। उस वक्त कोविड काल चल रहा था, जिसमें भी निगम कमीश्नर के रूप में प्रतिभा पाल ने जबरदस्त काम किया और शहर को कोविड के प्रकोप से बचाने में महती भूमिका निभाई। इतना ही नहीं उस वक्त प्रसव काल में भी उन्होंने कोई अवकाश नहीं लिया और बेटे को जन्म देने के 11 दिन बाद ही वे पुन: ड्यूटी पर आ भी गई।
निगम जैसी कोयले की खान में रहकर भी वे बेदाग रही और दमदारी से उन्होंने निगम चलाया और दो बार स्वच्छता में भी इंदौर को नंबर वन पर रखा। साथ ही वॉटर प्लस-प्लस के अलावा रैन वॉटर हार्वेस्टिंग में भी उन्होंने पहली मर्तबा इतने अच्छे परिणाम दिए, जिसके चलते शहर का भू-जल स्तर भी बढ़ गया। निगम की राजस्व वसूली भी उन्होंने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचाई और नेताओं की मनमानी भी नहीं चलने दी।
हालांकि महापौर सहित अन्य निगम के जनप्रतिनिधियों से उनकी तकरार भी होती रही। मगर गलत कामों को उन्होंने मंजूरी नहीं दी और यही कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की वे पसंदीदा अफसर रही और यही कारण है कि उनके बदले एक बार फिर तेजतर्रार महिला आयुक्त की ही नियुक्ति की गई।
प्रशासनिक अमले में भी होगा जल्द फेरबदल
इस साल विधानसभा के चुनाव होना है, जिसके चलते कल 19 आईएएस अफसरों की तबादला सूची जारी की, जिनमें से अधिकांश को 3 साल एक जिले में हो गए थे। अब इंदौर प्रशासन में भी बड़े फेरबदल होना है, क्योंकि सभी अपर कलेक्टरों, एडीएम, कई एसडीएम को तीन-तीन साल अब हो चुके हैं और चुनाव आयोग के निर्देशों के चलते ये तबादले जरूरी भी हैं, जिसके चलते प्रशासन में तो अधिकांश पुराने चेहरे बदल जाएंगे।
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"दैनिक सदभावना पाती" (Dainik Sadbhawna Paati) (भारत सरकार के समाचार पत्रों के पंजीयक – RNI में पंजीकृत, Reg. No. 2013/54381) "दैनिक सदभावना पाती" सिर्फ एक समाचार पत्र नहीं, बल्कि समाज की आवाज है। वर्ष 2013 से हम सत्य, निष्पक्षता और निर्भीक पत्रकारिता के सिद्धांतों पर चलते हुए प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें आप तक पहुंचा रहे हैं। हम क्यों अलग हैं? बिना किसी दबाव या पूर्वाग्रह के, हम सत्य की खोज करके शासन-प्रशासन में व्याप्त गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार को उजागर करते है, हर वर्ग की समस्याओं को सरकार और प्रशासन तक पहुंचाना, समाज में जागरूकता और सदभावना को बढ़ावा देना हमारा ध्येय है। हम "प्राणियों में सदभावना हो" के सिद्धांत पर चलते हुए, समाज में सच्चाई और जागरूकता का प्रकाश फैलाने के लिए संकल्पित हैं।