महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने की पुलिस अधीक्षक के विरूद्ध लैंगिक शोषण एवं मानसिक प्रताड़ना की शिकायत,आयोग ने मांगा जवाब

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मध्यप्रदेश . जबलपुर शहर की गोरखपुर पुलिस लाईन निवासी आवेदिका पुलिस इंस्पेक्टर ने पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा पर लैंगिक शोषण एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उसके मानव अधिकारों का हनन कर उसे गरिमामय जीवन जीने के अधिकार से वंचित करने की शिकायत मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग को की है।

आवेदिका ने बीते शुक्रवार (एक अप्रैल 2022) को मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन से समक्ष मिलकर एक विस्तृत आवेदन में अपनी लिखित शिकायत दी.

आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री जैन ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), मध्य प्रदेश से इस मामले में चार सप्ताह में जवाब मांगा है। आयोग के रजिस्ट्रार (ला) द्वारा चार अप्रैल को डीजीपी को इस आशय का पत्र भी भेज दिया गया है।
पत्र में आयोग ने डीजीपी को निर्देशित किया है कि वे अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) या पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) स्तर के अधिकारी से आवेदिका की शिकायत में पुलिस अधीक्षक, जबलपुर पर लगाए गए सभी प्रकार के आरोपों की गहन जांच कराकर इस संबंध में अपना तथ्यात्मक प्रतिवेदन 29 अप्रैल 2022 के पहले आयोग को अनिवार्यतः भिजवायें।

बता दें कि फरवरी 2022 भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर एसपी बहुगुणा ने महिला इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया था। जिसके खिलाफ महिला ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।

महिला पर दर्ज हुआ था 26 लाख की धोखाधड़ी का मामला

एसपी पर शिकायत दर्ज कराने वाली महिला फिलहाल जबलपुर में गोरखपुर पुलिस लाइन में रहती हैं। इससे पहले वे साइबर सेल भोपाल में भी पदस्थ रह चुकी हैं। उनके खिलाफ दिसंबर 2017 में राजधानी के गोविंदपुरा थाने में 26 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज हुआ था। मामले में इंस्पेक्टर के पिता को भी आरोपी बनाया गया था। ये जालसाजी रेलवे स्टेशन में पार्किंग के ठेके को लेकर की गई थी।

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