भारत में फ्लाइट कैंसिलेशन – तकनीकी गड़बड़ी या साइबर अटैक? जाने क्या है सच

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sadbhawnapaati
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इंदौर / दिल्ली । 7 नवंबर 2025 की सुबह, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) सिस्टम में अचानक गंभीर तकनीकी खराबी आ गई। इस खराबी का असर न केवल दिल्ली बल्कि देश के अन्य प्रमुख हवाई अड्डों पर भी पड़ा, क्योंकि दिल्ली ATC उत्तर भारत के कई एयर ट्रैफिक ज़ोन को नियंत्रित करता है।

मुख्य प्रभावित क्षेत्र
दिल्ली
इंदौर
लखनऊ
जयपुर
अहमदाबाद
भोपाल
वाराणसी
चंडीगढ़

इन सभी एयरपोर्ट्स पर दर्जनों फ्लाइट्स विलंबित या रद्द (cancelled) हुईं। कुल मिलाकर, 7 नवंबर की शाम तक 200 से अधिक फ्लाइट्स प्रभावित बताई गईं। फ्लाइट कैंसिलेशन की खबरें आज 8 नवंबर को भी लगातार मिल रही है ।

तकनीकी गड़बड़ी का कारण
एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने बताया कि
Automatic Message Switching System (AMSS) — जो फ्लाइट प्लान और एयर ट्रैफिक मैसेजिंग को नियंत्रित करता है —अचानक काम करना बंद कर गया था।इस वजह से पायलटों और ATC के बीच डेटा-आधारित संचार ठप पड़ गया। सिस्टम के डाउन होते ही विमान संचालन को मैनुअल मोड में लाना पड़ा, जिससे ट्रैफिक क्लियरेंस में देरी और कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।

साइबर अटैक की आशंका
शुरुआती रिपोर्टों में सोशल मीडिया पर “साइबर अटैक” की चर्चा फैल गई थी। कई उपयोगकर्ताओं ने “GPS Spoofing” और “ATC Hack” जैसी बातें लिखीं परंतु केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और AAI के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि: “प्रारंभिक जांच में किसी भी प्रकार के साइबर अटैक के प्रमाण नहीं मिले हैं। यह एक तकनीकी खराबी थी, जिसका संबंध नेटवर्क या सुरक्षा उल्लंघन से नहीं है।”

GPS Spoofing की चर्चा क्या है?
कुछ अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स (जैसे India Today Tech) ने यह बताया कि हाल के महीनों में रूस-यूक्रेन और मध्य-पूर्व क्षेत्र में GPS spoofing घटनाएं हुई हैं, जहां विमानों की लोकेशन-डेटा में छेड़छाड़ कर उन्हें गलत पोज़िशन दिखाया गया। इसी संदर्भ में भारत में भी ऐसी संभावना पर विचार किया गया, परंतु जांच में किसी बाहरी इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप (interference) के प्रमाण नहीं मिले।

एयरलाइन अनुमानित फ्लाइट्स रद्द स्थिति –
IndiGo ~95 फ्लाइट्स यात्रियों को रिफंड या री-बुकिंग ऑफर
Air India ~45 फ्लाइट्स वैकल्पिक उड़ानें दी गईं
SpiceJet ~30 फ्लाइट्स पुनःशेड्यूलिंग जारी
Vistara, Akasa Air ~25 संयुक्त विलंबित उड़ानें
अन्य क्षेत्रीय एयरलाइंस ~10 फ्लाइट्स अस्थायी रूप से स्थगित

एयरलाइंस की प्रतिक्रिया

IndiGo: “ATC तकनीकी समस्या के कारण कई उड़ानें विलंबित हुई हैं; हम यात्रियों से खेद प्रकट करते हैं।”

Air India: “टेक्निकल गड़बड़ी के कारण शेड्यूल में अस्थायी बदलाव हुआ, सभी सुरक्षा मानक सामान्य हैं।”

DGCA (नियामक): “यात्री सुरक्षा सर्वोपरि है; ATC सिस्टम सामान्य स्थिति में लौट रहा 

AAI के अनुसार,
शाम 6 बजे तक AMSS सिस्टम को पुनः प्रारंभ कर दिया गया। रात 9 बजे तक दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन 80% सामान्य हो गया था। फिर भी कई उड़ानें पुनःशेड्यूल की गईं और यात्रियों को अगले दिन की बुकिंग दी गई।

सुरक्षा एजेंसियों की जांच

CERT-In (Computer Emergency Response Team) ने नेटवर्क लॉग्स और सर्वर ट्रैफिक की जांच शुरू की।
Bureau of Civil Aviation Security (BCAS) और DGCA ने भी निगरानी बढ़ाई है।

प्रारंभिक निष्कर्ष: “किसी बाहरी हैकिंग या साइबर-इंट्रूज़न के साक्ष्य नहीं।”

निष्कर्षात्मक टिप्पणी

इस घटना ने भारत के एविएशन सेक्टर में साइबर सुरक्षा और डिजिटल अवसंरचना (infrastructure) पर पुनः ध्यान केंद्रित किया है।

सरकार ने AAI के सभी प्रमुख सिस्टम्स का साइबर-ऑडिट और रिडंडेंसी प्लानिंग (backup systems) तत्काल लागू करने के निर्देश दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह वास्तविक साइबर हमला नहीं भी था, तो भी यह एक चेतावनी संकेत है कि एयर ट्रैफिक नेटवर्क को अधिक “fail-safe” बनाया जाए।


आगे की संभावनाएँ

1. AAI आने वाले दो हफ्तों में AMSS का नया अपग्रेडेड संस्करण लागू करेगी।

2. DGCA ने सभी एयरलाइंस से बैकअप कम्युनिकेशन चैनल तैयार रखने को कहा है।

3. CERT-In और MeitY साइबर सुरक्षा मानकों की नई रिपोर्ट दिसंबर 2025 तक जारी करेंगे।

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